HC के काम काज पर दिखा राज्य कर्मचारियों के हड़ताल का असर, नहीं छपी काज लिस्ट
देश के कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की बहाली आन्दोलन का असर इलाहाबाद हाईकोर्ट पर सीधा पड़ा है। राजकीय मुद्रणालय से काज लिस्ट छप कर न आ पाने के कारण मुकदमों की सुनवाई प्रभावित हुई, बहुत से अधिवक्ता मुकदमे के कोर्ट में लगे होने की जानकारी नहीं कर पाए।
प्रयागराज: प्रदेश के कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की बहाली आन्दोलन का असर इलाहाबाद हाईकोर्ट पर सीधा पड़ा है। राजकीय मुद्रणालय से काज लिस्ट छप कर न आ पाने के कारण मुकदमों की सुनवाई प्रभावित हुई, बहुत से अधिवक्ता मुकदमे के कोर्ट में लगे होने की जानकारी नहीं कर पाए। हड़ताल के चलते शुक्रवार को भी काजलिस्ट वितरित नहीं हो सकी। बृहस्पतिवार को न्यायालय प्रशासन ने अधिवक्ताओं को एस.एम.एस. भेजकर इंटरनेट पर काजलिस्ट देखने का अनुरोध किया था।
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जिसके चलते अधिकांश अदालतों में वकीलों की फाइल न होने के कारण मुकदमों की सुनवाई नहीं हो सकी। अधिकांश अदालतों में नये दाखिल मुकदमों का निपटारा हो सका या जो पहले से डेट फिक्स थे, उनकी सुनवाई हो सकी। कुछ अदालतों ने मुकदमों की अदम पैरवी में खारिज भी किया तो कुछ ने स्थिति की नजाकत को देखते हुए दोनों पक्षों के मौजूद रहने पर ही मुकदमों की सुनवाई की। शाम को लोड के कारण वेबसाइट न खुलने से भी लोगों को भारी परेशानी हुई।
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कई वकील तो सुबह तड़के वेबसाइट व्यस्त होने या देरी से खुलने से अधिवक्ताओं को भारी परेशानी हुई। गांव में रहने वाले वकीलों की मुकदमों की जानकारी न होने से उन्हें नुकसान उठाना पड़ा। डेन सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के एस.एम.एस.भी समय से नहीं दिये जा सके। शुक्रवार को भी यथास्थिति होने की संभावना है। एस्मा के बावजूद सरकार व कर्मचारियों के बीच सहमति न बन पाने के कारण हाईकोर्ट का न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहा हैं जिससे वकीलों में बेचैनी देखी गयी है।
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