पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की बढ़ी मुश्किलें, घर पर ED ने मारा छापा
पिछले हफ्ते ही गायत्री प्रसाद प्रजापति के बेटे अनिल प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया गया था। अनिल प्रजापति पर जालसाजी, धोखाधड़ी समेत कई मुकदमे दर्ज हैं, जिसको लेकर काफी समय से लखनऊ पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। अनिल प्रजापति कोर्ट में पेशी के दौरान अपने पिता से मिलने आने वाले था।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी सरकार में कद्दावर मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुसीबते कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले से जेल में बद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के अमेठी स्थित आवास पर आज सुबह प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने छापेमारी की।
प्रवर्तन निदेषालय की टीम प्रयागराज से आई है
मिली जानकारी मे बताया गया है कि प्रवर्तन निदेशालय की टीम प्रयागराज से आई है और इस टीम में छह सदस्य हैं जो उनके घर पर मौजूद है। यह टीम खनन घोटाले मामले की जांच के सिलसिल में पहुंची है।
पुलिस ने जाल बिछा कर आरोप अनिल प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया
हाल ही में पूर्व मंत्री पुत्र अनिल प्रजापति कोर्ट में पेशी पर आए अपने पिता गायत्री प्रसाद प्रजापति से मिलने आया था। जानकारी के अनुसार पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर इस बात की सूचना पहले ही मिली गई थी। जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछा कर आरोप अनिल प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया। अनिल प्रजापति के खिलाफ खरगापुर गोमती नगर निवासी बृज भवन ने गोमती नगर विस्तार थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
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गौरतलब है कि वर्ष 2012-17 के दौरान मंत्री रहते हुए गायत्री प्रजापति ने आय से छह गुना अधिक संपत्तियां बनाईं। वैध स्रोतों से उनकी आय 50 लाख रुपये के करीबी थी, जबकि उनके पास तीन करोड़ से अधिक की संपत्तियां मिलीं। विजिलेंस को 22 ऐसी बेनामी संपत्तियों की भी जानकारी मिली, जो इसी अवधि में प्रजापति के करीबियों के नाम पर खरीदी गईं। ये संपत्तियां करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायकों और ड्राइवरों के नाम पर हैं।
लखनऊ बेंच ने पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को अंतरिम जमानत दी थी
इससे पहले चार सितंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को अंतरिम जमानत दी थी। अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे प्रजापति सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में लखनऊ जेल में बंद हैं।
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पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के खिलाफ 2017 में सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज हुआ था । केस में तीन जून, 2017 को गायत्री के अलावा छह अन्य पर चार्जशीट दाखिल की गई थी, जिसके बाद 18 जुलाई, 2017 को लखनऊ की पॉक्सो स्पेशल कोर्ट ने सातों आरोपियों पर केस दर्ज करने का आदेश दिया था ।
रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री
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