UP Election 2022: बुजुर्ग व दिव्यांगजनों को दो दिन पहले मिल जाएगा वोटिंग का मौका, जानें क्या है प्रोसेस
इस बार 80 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग तथा दिव्यांग ((Handicapped) मतदाताओं को मतदान की तारीख से दो दिन पहले ही घर से वोट डालने का मौका मिलेगा। निर्वाचन विभाग ने इसके लिए सभी तैयारी कर ली है।
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग (Election Commission) अपनी तैयारियों में जुटा है। इस बार चुनाव में आयोग की ओर से एक नई पहल देखने को मिलेगी। इस बार 80 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग तथा दिव्यांग ((Handicapped) मतदाताओं को मतदान की तारीख से दो दिन पहले ही घर से वोट डालने का मौका मिलेगा। निर्वाचन विभाग ने इसके लिए सभी तैयारी कर ली है।
बता दें, कि वीडियोग्राफी की निगरानी में पोलिंग पार्टियां (polling parties) घर-घर जाकर बुजुर्ग मतदाताओं से पोस्टल बैलेट (postal ballot) के जरिए मतदान (voting) कराएंगी। हालांकि, इसके लिए इन वोटर को सहमति पत्र देना अनिवार्य होगा। बीएलओ (Booth Level Officer) के माध्यम से यह सहमति पत्र भरे जा रहे हैं। राष्ट्रीय समाचार पत्र के हवाले से यूपी के अलीगढ़ जिले में अब तक 2,000 से अधिक मतदाताओं के सहमति पत्र भरे जा चुके हैं। अगर, कोई दिव्यांग (Handicapped) या बुजुर्ग मतदाता सहमति पत्र नहीं भरता है, तो वह बूथ पर जाकर भी सामान्य तरीके से ईवीएम (EVM) के जरिए मतदान कर सकता है।
भरना होगा 'फार्म डी 12'
गौरतलब है, कि अलीगढ़ जिले की सात विधानसभा सीटों पर आगामी 10 फरवरी 2022 को मतदान होनी है। ऐसे में निर्वाचन विभाग तैयारियां में जुटा है। इस बार 80 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के मतदाताओं तथा दिव्यांग जन को घर से ही वोट डालने का मौका दिया गया है, जिससे उनमें उत्साह है। इन लोगों से पोस्टल बैलेट (postal ballot) के माध्यम से वोट डलवाया जाएगा। इसके लिए ऐसे मतदाताओं को 'फार्म डी 12' भरना अनिवार्य होगा। यह फार्म सहमति पत्र है। यदि, बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाता यह फार्म नहीं भरते हैं, तो वह बूथ पर जाकर सामान्य तरीके से अपना वोट डाल सकते हैं।
ऐसे होगा पोस्टल बैलेट से मतदान, जानें प्रक्रिया
जितने बुजुर्ग व दिव्यांग वोटर्स के सहमति पत्र निर्वाचन विभाग के पास आ जाएंगे। विभागीय अफसर विधानसभा संबंधित पोलिंग पार्टियों को पोस्टल बैलेट थमा देंगे। चुनाव से दो दिन पहले पोलिंग पार्टियां अपने क्षेत्र में जाएगी। पोलिंग पार्टी के साथ पुलिस, माइक्रो आब्जर्वर (micro observer) व वीडियोग्राफी टीम (videography team) भी होगी। वीडियोग्राफी की निगरानी में टीम पोस्टल बैलेट को मतदाता को देगी। इसके बाद मतदाता उस बैलेट पर मुहर लगाएगा। इसके बाद लिफाफा बंद कर टीम को थमा देगा। टीम के सदस्य उस लिफाफे को संबंधित बॉक्स में डाल देगी तथा मतगणना को भेज देगी। अगर, टीम को एक बार में मतदाता अपने घर पर नहीं मिलता है, तो उसके यहां कुछ घंटे बाद दोबारा भी भ्रमण किया जाएगा।
इन्हें भी मिलेगी ये सुविधा
साथ ही, विधानसभा चुनाव में जरूरी सेवाओं में लगे मतदाताओं को डाक मतपत्र से वोट डालने का मौका मिलेगा। इस बारे में उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश पटेल ने बताया, कि सूचना विभाग, डाक विभाग, यातायात विभाग, रेलवे, बिजली विभाग, सिविल एविएशन, मेट्रो रेल कारपोरेशन, दूरदर्शन व बीएसएल के अधिकारी तथा कर्मचारियों को इसमें शामिल किया गया है। इन विभागों के कर्मचारी फार्म डी 12 भरकर संबंधित रिटर्निंग आफिसर को जमा कर देंगे। इसके बाद ही वह डाक मतपत्र का लाभ मिलेगा।