विद्युत उपभोक्ता परिषद ने चीन की कंपनी को लेकर प्रधानमंत्री से लगाई ये गुहार

उपभोक्ता परिषद का कहना है कि अगर ईईएसएल को नहीं रोका गया तो फिर चीन की हेक्सिंग स्मार्ट मीटर कम्पनी को पूरे देश 500 करोड़ का आर्डर मिल जायेगा।

Update: 2020-06-23 16:20 GMT

लखनऊ: उप्र. राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद् ने स्मार्ट मीटर खरीद में एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) की उदासीनता के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है। उपभोक्ता परिषद का कहना है कि अगर ईईएसएल को नहीं रोका गया तो फिर चीन की हेक्सिंग स्मार्ट मीटर कम्पनी को पूरे देश 500 करोड़ का आर्डर मिल जायेगा।

ईईएसएल की उदासीनता का खामियाजा भुगतेगा पूरा देश- अध्यक्ष अवधेश वर्मा

उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने मंगलवार को कहा है कि देश के सभी राज्यो के लिए भारत सरकार की एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) स्मार्ट मीटर खरीद कर रही है। लेकिन ईईएसएल द्वारा उसमे बड़े पैमाने पर उदासीनता बरती जा रही है। जिसका खामियाजा पूरे देश के उपभोक्ता भुगतेंगे।

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वर्मा ने कहा कि पहले यूपी के लिए जो स्मार्ट मीटर खरीदे गए वह भार जम्पिंग करने के कारण विवादो में रहे और अभी उनकी जांच चल रही है। इसी बीच अब ईईएसएल द्वारा जो टेंडर किए गये उसमे बड़ी मिलीभगत के चलते चीन की घटिया मीटर निर्माता कम्पनी हावी हो रही है।

सरकार करे हस्तक्षेप - अवधेश वर्मा

वर्मा ने कहा पहले पीटी हेक्सिंग ने टेंडर हथिया लिया अब करोड़ो रुपए के जो लाखो टेंडर की निविदा खोली गयी है। उसमे चीन की कंपनी हेक्सिंग कुछ टेंडरो में सबसे काम दरे दर्ज कर एल-1 आ गयी है। उन्होंने कहा अगर केंद्र सरकार ने हस्तक्षेप न किया तो फिर चीन की हेक्सिंग कम्पनी को सिंगल फेज के लगभग 5 लाख स्मार्ट मीटर उड़ीसा के लिए और लगभग 5 लाख स्मार्ट मीटर उत्तर प्रदेश,

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हरियाणा और 5 लाख स्मार्ट मीटर अंडमान निकोबार लक्षदीप और 5 लाख स्मार्ट मीटर राजस्थान कुल मिलाकर लगभग 20 लाख स्मार्ट मीटर का आर्डर फिर हेक्सिंग कंपनी को मिल जायेगा। जिसकी कीमत लगभग 500 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि ईईएसएल द्वारा टेंडर के पार्ट-2 प्राइज बिड को वेबसाइट पर न डालकर छिपाया जाता है जिससे आर्डर मिलने तक मामला दबा रहता है।

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