इंग्लैण्ड की कैथरीना होंगी अम्बेडकरनगर की बहू, सांसद ने किया प्रेम का इजहार

सोमवार को सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में सांसद रितेश पाण्डेय ने कहा है कि उन्होंने कैथरीना के साथ अपने जीवन की आगे की यात्रा पूरी करने का निर्णय लिया है।

Update:2020-09-14 17:07 IST
इंग्लैण्ड की कैथरीना अब अम्बेडकरनगर की बहू होंगी। संसद में बसपा संसदीय दल के उपनेता एवं अम्बेडकरनगर के सांसद रितेश पाण्डेय ने कैथरीना से अपने प्यार का खुला इजहार कर दिया है।

अम्बेडकरनगर: इंग्लैण्ड की कैथरीना अब अम्बेडकरनगर की बहू होंगी। संसद में बसपा संसदीय दल के उपनेता एवं अम्बेडकरनगर के सांसद रितेश पाण्डेय ने कैथरीना से अपने प्यार का खुला इजहार कर दिया है। सोमवार को सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में सांसद रितेश पाण्डेय ने कहा है कि उन्होंने कैथरीना के साथ अपने जीवन की आगे की यात्रा पूरी करने का निर्णय लिया है। वह और कैथरीना एक दूसरे को कई वर्षों से जानते हैं और यह महसूस करते हैं कि हमारा संग साथ हमारे कल्याण एवं लक्ष्य के लिए अच्छा है।

सोशल मीडिया पर किया प्यार का इज़हार

सांसद ने अपनी पोस्ट में कहा है कि कैथरीना मनोविज्ञान में डॉक्टरेट के लिए अध्ययनरत हैं और उनके पिता इंग्लैण्ड में चिकित्सक हैं। उन्होंने अपने शुभचिंतकों के लिए लिखा है कि वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार अभी किसी आयोजन की संभावना नहीं है। लेकिन आने वाले समय में वह सभी को आमंत्रित करेंगे।

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सांसद रितेश पाण्डेय ने किया कैथरीना से प्रेम का इजहार (फाइल फोटो)

सांसद ने सभी से कैथरीना और खुद के सुंदर और स्वस्थ जीवन के लिए आशीर्वाद मांगा है। जानकारी के अनुसार रितेश पाण्डेय व कैथरीना का प्रेम प्रसंग शिक्षण के दौरान ही शुरू हो गया था जो अब शादी की दहलीज पर पंहुच गया है। सोशल मीडिया पर सांसद की इस पोस्ट के बाद उन्हें नये दाम्पत्य जीवन की शुभकामनाओं की झड़ी लग गई है।

नागरिकता को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू

नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 (फाइल फोट)

सांसद रितेश पाण्डेय ने इंग्लैण्ड की कैथरीना के साथ खुले मंच पर अपने प्रेम का इजहार करते हुए शादी का ऐलान तो कर दिया है। लेकिन इसके साथ ही अब कैथरीना के भारत की नागरिकता को लेकर भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के अनुसार किसी भी व्यक्ति को भारत की नागरिकता लेने के लिए कम से कम सात साल रहना आवश्यक है।

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ऐसे में नये कानून के लागू हो जाने के बाद कैथरीना को भारत की नागरिकता मिल पाना आसान नहीं होगा। ऐसी परिस्थिति में सवाल यह उठता है कि क्या सोनिया गांधी की नागरिकता के मुद्दे की तरह कैथरीना की भी नागरिकता का मुद्दा संसद के गलियारों में गूंजेगा।

रिपोर्ट- मनीष मिश्रा

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