Etah News: भांजे का फिरौती के लिए अपहरण करने वाला मामा गिरफ्तार

Etah News: घटना क्रम के अनुसार 30 मई को जनपद अलीगढ़ से एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा थाना जलेसर पर सूचना दी गई कि ग्राम मकसूदपुर से एक 04 वर्षीय बच्चा आरिस लापता है जो अंमापुर, कासगंज से अपनी माॅ के साथ अपनी ननिहाल ग्राम मकसूदपुर आया हुआ था।

Update:2023-06-01 03:41 IST
(Pic: Newstrack)

Etah News: जनपद के थाना जलेसर क्षेत्र के ग्राम मकसूदपुर से बीते दिन एक सगे मामा द्वारा एक षड्यंत्र के तहत अपने 4 वर्षीय भांजे का अपहरण कर लिया गया और इसके बदले में फिरौती वसूल कर अपना कर्ज उतारने की योजना बना डाली। किंतु पुलिस की सक्रियता के चलते 4 वर्षीय बच्चा भी बरामद हो गया और अपरहण करता भी गिरफ्तार हो गया। घटना क्रम के अनुसार 30 मई को जनपद अलीगढ़ से एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा थाना जलेसर पर सूचना दी गई कि ग्राम मकसूदपुर से एक 04 वर्षीय बच्चा आरिस लापता है जो अंमापुर, कासगंज से अपनी माॅ के साथ अपनी ननिहाल ग्राम मकसूदपुर आया हुआ था। इस सम्बन्ध में अपहृत के मामा (अभिुयक्त) द्वारा अपने बचाव हेतु 112 पर बच्चा गायब होने की सूचना दी गई, पुलिस द्वारा पूछे जाने पर बाद में आकर विवरण देने की बात कही। स्थानीय पुलिस द्वारा परिजनों से जानकारी करने का प्रयास किया गया तो वह पुलिस को स्पष्ट बात बताने से टालने लगे।

उक्त अपहरण के प्रकरण में किसी गम्भीर अनहोनी की आशंका के चलते छानबीन हेतु अपर पुलिस अधीक्षक धनजंय सिंह कुशवाहा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए घटना का मुकदमा दर्ज करा थाना जलेसर व कोतवाली देहात तथा सर्विलाशं व इंटेलिजेंश विंग की विशेष टीमें घटना के खुलासे हेतु लगाई। जिन्होंने बेहद सतर्कता तथा बारीकी से जब घटना की जांच प्रारंभ की की गई तो पूछताछ के बाद पता लगे तथ्यों के अनुसार उक्त घटना दिनांक 30/31 मई 2023 की रात्रि मोहम्मद आशिफ पुत्र शमी खाँ निवासी राजीव नगर कस्बा अमापुर थाना अमापुर जिला कासगंज द्वारा थाना जलेसर पर इस आशय की सूचना दी गई कि प्रार्थी की पत्नी समरीन दिनांक 25. मई को अपने पुत्र आरिस उम्र करीब 04 वर्ष को लेकर अपने मायके मकसूदपुर थाना जलेसर एटा गयी थी, दिनांक 30 मई को मेरी पत्नी ने दोपहर में फोन करके सूचना दी कि उनका बेटा आरिस खो गया है।

काफी खोजबीन की पर नहीं मिल रहा। बच्चे के गायब हो जाने की सूचना पर जब वादी अपनी ससुराल आया और बच्चे की खोजबीन कर रहा था तभी उसके मोबाइल पर एक नंबर से फोन आया। उधर से कहा गया कि अगर तुम्हें अपने बच्चे की जान प्यारी है तो तुरन्त 02 लाख 80 हजार रुपये का इन्तजाम कर लो और पुलिस को सूचना मत देना नहीं तो तुम्हारे बच्चे को जान से मार देंगे। यह सुनकर वादी और उसकी पत्नी दहशत में आ गये इसलिये पुलिस को सूचना न देते हुये तुरन्त पैसों का इन्तजाम करने लगे। इस सूचना पर थाना जलेसर पर मुअसं- 192/2023 धारा 364ए भादवि पंजीकृत कर थाना जलेसर व कोतवाली देहात पुलिस तथा इंटेलिजेंश विंग की स्वाॅट व सर्विलांस टीम को बच्चे की सकुशल बरामदगी हेतु कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई और जांच में पाए गए तथ्यों के आधार पर 31 मई को पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद घटना का खुलासा कर दिया। संयुक्त कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अपहृत बच्चे को ग्राम खेरियाताज थाना एका, फिरोजाबाद से सकुशल बरामद कर एक महिला सहित चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। बच्चे को सकुशल बरामद कर उसके परिजनों को सौंप मुकदमे में धारा 368 भादवि की बढोत्तरी करते हुए गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया।

अपर पुलिस अधीक्षक के अनुसार उक्त घटना जांच के दौरान पाई गई और जिनसे उसका खुलासा हुआ वह कुछ इस प्रकार है कि पुलिस ने जब घटना की गहराई से छानबीन तथा गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ की तो यह तथ्य प्रकाश में आए कि अपहृत बच्चे का सगा मामा है। मुख्य आरोपी रिजवान जो दिल्ली के उत्तम नगर में कपड़े की फेरी लगाने व बेचने का कार्य करता था। कपड़े के इस धंधे में उसे घाटा हो गया, जिससे उस पर करीब डेढ़ लाख रुपये का कर्जा हो गया था।

आरोपी रिजवान करीब 3-4 दिन पहले ही दिल्ली से अपने गाॅव मकसूदपुर वापस आया था। जहाॅ 25 मई को उसकी बहन अपने बेटे तथा बेटी के साथ जलेसर उर्स के मेले को देखने के लिए आई हुई थी। बहन के 4 वर्षीय बेटे पर नजर पड़ते ही धंधे में हुए घाटे को पटाने के लिए उसने अपने सगे भांजे का अपहरण कर फिरौती मांगने की योजना बना ली इसी योजना के तहत 28. मई को रिजवान अपने साथी अमरुद्दीन से मिला और उसे 50000 रुपये देने का वादा कर अपने ही भांजे के अपहरण तथा फिरौती माॅगने के योजना के में शामिल कर लिया। किसी षड्यंत्र के तहत 28 मई को ही अमरुद्दीन उर्फ बिट्टू ने गाॅव के ही अपने एक मित्र अंशुल को रिजवान की योजना के बारे में बताया तथा उसे भी हिस्से में 10000 रुपये देने को कहा, जिसपर अंशुल राजी हो गया।

योजना के अनुसार 30 मई को करीब प्रातः 10 बजे रिजवान गांव की एक परचून की दुकान पर फ्रूटी दिलाने के बहाने अपने भांजे को ले गया तथा वापस जाते समय उसने गली में अपने भांजे को अमरुद्दीन एवं अंशुल को दे दिया। अमरुद्दीन तथा अंशुल रिजवान की मोटर साइकिल से लेकर अमरुद्दीन की ससुराल गाॅव खेरिया थाना एका, फिरोजाबाद आ गए, जहाॅ अमरुद्दीन ने अपनी सास को सारी बात बताकर बच्चे को घर में छिपाकर रखने को कहा। इस दौरान रिजवान फोन से अपने भांजे का हाल-चाल भी लेता रहा और अपने जीजा के साथ बच्चे को ढूंढने में मदद भी करता रहा, साथ ही रिजवान लगातार पुलिस पर भी नजर बनाए हुए था।

पुलिस की सक्रियता को देख तथा पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से रिजवान ने स्वंय ही 112 नंबर पर फोन कर बच्चे के गायब होने की सूचना दी। उसकी योजना के अनुसार रिजवान को स्वयं अपने बहनोई के साथ फिरौती की रकम देने जाना था, जहाॅ से रकम अपहरणकर्ता को देकर बाद में फिरौती की रकम आपस में बाॅट लेना था, परतंु उसके बहनोई आसिफ द्वारा उसे साथ ले जाने से मना कर देने पर रिजवान की बनाई योजना उसे फेल होती नजर आई। समय रहते घटनाक्रम की छानबीन में लगी पुलिस टीमों द्वारा रिजवान को 31 मई को समय करीब 9 बजे ग्राम मकसूदपुर से उसके घर से पकड़कर जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो पूछताछ के बाद उसने अपहरण में शामिल शेष अभियुक्तों को ग्राम खेरियाताज थाना एका, फिरोजाबाद से समय करीब 11 बजे गिरफ्तार करा कर अपहृत बालक को सकुशल बरामद करा दिया गया।

अपहरण की घटना में शामिल रिजवान पुत्र बुंदेली निवासी मकसूदपुर (अपहृत बच्चे का सगा मामा) (28), अभियुक्त अमरुद्दीन उर्फ बिट्टू पुत्र राजू निवासी पुर्दिलनगर थाना सिकंदराराऊ, हाथरस (24), अभियुक्त अंशुल पुत्र सुशील निवासी पुर्दिलनगर थाना सिकंदराराऊ, हाथरस (19), अमरुद्दीन उर्फ बिट्टू की सास को गिरफ्तार कर पुलिस ने अपहरणकर्ताओं से एक अपाचे मोटर साईकिल घटना में प्रयुक्त (डी एल 3एस बीजेड 2444 लाल रंग), एक मोबाइल फोन, एक की-पैड मोबाइल लावा ( जिसमें सिम डालकर फिरौती की मांग की गई अभियुक्त अमरुद्दीन से) एक की-पैड मोबाइल सेमसंग अभियुक्त अमरुद्दीन से बरामद कर सभी अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया। घटना के खुलासे से बच्चे के परिजनों में खुशी का माहौल है। 4 वर्षीय बच्चे आरिफ के माता पिता द्वारा घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम की प्रशंसा की जा रही है।

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