Etawah Midday Meal News: स्कूल में दलित रसोइया रखने का ग्रामीणों ने किया विरोध, बच्चे नहीं खा रहे Midday Meal का खाना

Etawah Midday Meal News इटावा में एक सरकारी स्कूल में दलित रसोईया रखने का ग्रामीणों ने विरोध किया है। साथ ही ग्रामीणों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने से भी मना कर दिया है।

Written By :  Uvaish Choudhari
Published By :  Bishwajeet Kumar
Update:2022-03-05 22:51 IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Etawah Midday Meal News: जनपद के ताखा ब्लॉक के कठौतिया उच्चतर माध्यमिक सरकारी स्कूल में दलित वर्ग की रसोइया रखने का ग्रामीणों ने विरोध किया है। जिसके चलते दो दिन पूर्व लगभग एक दर्जन ग्रामीण एकत्रित होकर स्कूल पहुंचे और दलित वर्ग की रसोइया के मिडडे मील बनाने को लेकर नाराजगी जताई। और दलित वर्ग की रसोइया को हटाकर अन्य वर्ग की रसोइया को रखने को लेकर स्कूल प्रबंधन पर दवाब बना रहे हैं। कई बच्चे स्कूल में खाना भी नही खा रहे हैं।

जिसके बाद स्कूल के प्रधानाचार्य ने इस मामले को लेकर पुलिस, और विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया जिसके बाद स्कूल में सीओ भरथना, एसओ ऊसराहार ने पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन अब भी कुछ ग्रामीण अपने बच्चों को स्कूल नही भेज रहे हैं। और जो बच्चे आ रहे हैं, वो भी मिडडे मील खाने से परहेज कर रहे हैं।

कठौतिया प्राथमिक विद्यालय में लगभग 3 सौ छात्र पढ़ते हैं। कोरोना काल के बाद से जैसे ही स्कूल खुले और ग्रामीणों को इस बात की धीरे-धीरे जानकारी हुई वैसे ही ग्रामीणों में इस बात का रोष बढ़ने लगा और एक दिन पूर्व ग्रामीण एकत्रित होकर स्कूल पहुंचे और दलित रसोइया को हटाने की बात करने लगे। लेकिन स्कूल प्रबंधन भी अपनी बात पर अड़ा है। और रसोइया को हटाने को तैयार नहीं है।

स्कूल में ग्रामीणों ने किया हंगामा

स्कूल के प्रधानाचार्य राधा कृष्ण ने कहा दलित रसोइया के रखे जाने को लेकर स्कूल में आकर कुछ लोगों ने हंगामा किया था। और रसोइया को न हटाये जाने को लेकर जान से मारने की भी दी धमकी है। इस मामले की पुलिस को शिकायत की गई थी। जिस पर सीओ भरथना, एसओ ऊसराहार जानकारी लेने आये थे और अन्य ग्रामीणों से भी बातचीत की थी। लेकिन कोई बात नही बन सकी। हम लोगों ने समिति के चयन प्रक्रिया से रसोइया का चयन की किया था। स्कूल में 5 रसोइया तैनात हैं, जिनमें से तीन शाक्य एक शर्मा और एक दलित रसोइया लगी हुई हैं।

दलित रसोइया के हाथ का खाने पर विवाद

वहीं महिला रसोइया ने कहा मेरे हाथों से बने खाने को कुछ बच्चे नही खा रहे हैं और कुछ बच्चे स्कूल भी नहीं आ रहे हैं। दिसम्बर में मेरी नियुक्ति हुई थी। कोरोना (Corona) के कारण स्कूलों बन्द चल रहे थे। हाल ही में स्कूल खोले गए हैं और अब कुछ ग्रामीण मुझे हटाकर दूसरी रसोइया रखवाना चाह रहे हैं। वहीं इस मामले को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उमा नाथ मामले को दबाने में लगे हुए हैं। बीएसए इस मामले में दो रसोइयों के विवाद का होना बता कर मामले की जांच कराने की बात कह रहे हैं।

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