Etawah News: मरीजों के साथ धोखाधड़ी करने वाला अभियुक्त गिरफ्तार, लम्बे समय से चल रहा था फरार
Etawah News: इटावा के सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में मरीज के साथ धोखाधड़ी करने वाले मामले में फरार चल रहे वांछित अभियुक्त को पुलिस गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अभियुक्त के खिलाफ पुलिस ने कानूनी कार्रवाई की।
Etawah News: उत्तर प्रदेश के जनपद इटावा के सैफई में बने मेडिकल यूनिवर्सिटी में रोजाना हजारों लोगों का इलाज किया जाता है। यहां लोग अच्छी सुविधा के लिए अस्पताल में आकर अपना इलाज कराना चाहते हैं। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनके साथ धोखाधड़ी की जा रही है। इस मामले की जानकारी जब प्रोफेसर डॉक्टर आदेश कुमार को हुई तो उन्होंने सैफई थाने में 7 फरवरी 2022 में एक प्रार्थना पत्र दिया था।
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में हुआ था घोटाला
उन्होंने बताया कि डा0 समीर सर्राफ तत्कालीन असिस्टेन्ट प्रोफेशर कार्डियोलोजी विभाग UPUMS सैफई इटावा के विरुद्ध अनावश्यक आर्बिट्रेरी परचेज, पेसमेकर धोखाधडी, अनावश्यक विदेश यात्राएं एवं गहन भ्रष्टाचार करके विश्वविद्यालय को लाखों रुपये के लोकधन की वित्तीय हानि और मरीजों के साथ धोखाधड़ी की। इस मामले में पुलिस की तरफ से मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। पुलिस ने 7 नवंबर 2023 को समीर सर्राफ को गिरफ्तार किया था। इस मामले को पुलिस ने गंभीरता के साथ लेते हुए वांछित चल रहे अभियुक्त की तलाश कर रही थी, जिसको पुलिस ने लंबे समय बाद गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी ने पुलिस के सामने कबूला अपना जुर्म
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के मामले में वांछित चल रहे इंद्रजीत की लगातार पुलिस तलाश कर रही थी। सूचना मिली कि पीजीआई गेट नंबर 3 पर इंद्रजीत मौजूद है जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घेराबंदी करते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि मैं कृष्णा हेल्थ केयर जो BIOTRONIK कम्पनी के पेसमेकर की आपूर्ति करती है में कार्य करता हूं । मेरा कार्य फर्म से पेसमेकर लेकर सम्बन्धित चिकित्सक को उपलब्ध कराना है। वर्ष 2018 से पीजीआई सैफई के डा0 समीर सर्राफ द्वारा मरीजों को NON MRI पेसमेकर लगाकर MRI पेसमेकर का मूल्य मेरे माध्यम से परिजनों से वसूला गया ।
BIOTRONIK कम्पनी के MRI पेसमेकर का मूल्य लगभग 02 लाख रूपये तथा NON MRI पेसमेकर का मूल्य 80-90 हजार तक होता है । इस वसूली की अधिक धनराशि में से 10 प्रतिशत मुझे दिया जाता था और बताया कि उसके द्वारा डा0 समीर सर्राफ को लगभग 70-80 पेसमेकर उपलब्ध कराये गये हैं। वही इस मामले में पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।