Lucknow: आबकारी विभाग ने 100 दिन में हासिल किया निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा राजस्व, निवेश, रोजगार भी बढ़ा

Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार के 100 दिनों की उपलब्धि को लेकर आज लोकभवन में आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने विभाग की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।

Update: 2022-07-11 09:27 GMT

100 दिनों की उपलब्धि की जानकारी देते हुए आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल

Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार के 100 दिनों की उपलब्धि को लेकर आज लोकभवन में आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल (Excise Minister Nitin Agarwal) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने विभाग की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। नितिन अग्रवाल (Excise Minister Nitin Agarwal) ने बताया कि विभाग के क्रियाकलापों में राजस्व के साथ औदयोगिक विकास का भी महत्वपूर्ण स्थान है। प्रदेश में विकास के क्रम में आबकारी विभाग द्वारा नये उद्योगों की स्थापना तथा आबकारी विभाग में पहले से चली आ रही जटिल व्यवस्थाओं और नियमों को सरल कर "ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के दर्शन को अपनाते हुए विभागीय कार्य-कलापों को अत्यन्त आसान बनाने के लिये लगातार कार्य किये जा रहे हैं।

793.37 करोड़ रुपये का किए निवेश

आबकारी मंत्री ने बताया कि आबकारी विभाग (Excise Departmnet) द्वारा 100 दिवस की कार्य योजना बनाई गई थी, जिसके अन्तर्गत तीन नई आसवनियों को स्थापित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके परिप्रेक्ष्य में 3 इकाईयों मेसर्स रेडिको खेतान लि. सीतापुर, मेसर्स करीमगंज बायोफ्यूल, मुरादाबाद तथा मेसर्स क्रिस्टल बालाजी मुजफ्फरनगर को आसवनी स्थापित किये जाने की अनुमति प्रदान की गयी है। इन आसवनियों की स्थापना से 793.37 करोड़ रूपये का निवेश तथा लगभग 3,600 नये रोजागार के अवसर सृजित होंगे। इनमें उत्पादन प्रारम्भ होने के उपरान्त लगभग 6,070 करोड़ रुपये का राजस्व राज्य सरकार को तथा 25 करोड़ का राजस्व केन्द्र सरकार को वार्षिक रूप से प्राप्त होगा. जिसका 50 प्रतिशत राज्य सरकार को उपलब्ध कराया जायेगा।

3 आसवनियों का कन्स्ट्रक्शन किया पूर्ण

इसी प्रकार 3 आसवनियों का कन्स्ट्रक्शन पूर्ण कराकर उत्पादन प्रारम्भ कराये जाने के लक्ष्य निर्धारित किया गया था. जिसमें श्री गंग डिस्टलरी हरदोई, मेसर्स आरती डिस्टलरी कानपुर देहात, मेसर्स द्वारिकेश शुगर इण्डस्ट्रीज बरेली द्वारा आसवनी निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इन आसवनियों में लगभग 605 करोड़ रूपये का निवेश तथा लगभग 1,000 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। इसके साथ ही लगभग 3.859 करोड़ का राज्य सरकार को तथा 11 करोड़ का राजस्व केन्द्र सरकार को वार्षिक रूप से मिलेगा। ये तीनों आसवनियों को तदनुसार पीडी.-2 अनुज्ञापन निर्गत कर दिये गये हैं।

एथनाल उत्पादन में उत्तर प्रदेश का प्रमुख स्थान

एथनाल ब्लेण्डिंग प्रोग्राम के अन्तर्गत एथनाल उत्पादन में उत्तर प्रदेश का प्रमुख स्थान रहा है और प्रदेश वर्तमान में उत्तर प्रदेश राज्य में आयल डिपो को एथनाल की आपूर्ति करने के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों को भी एथनाल की आपूर्ति कर रहा है। विगत वर्ष 115 करोड़ ब.ली. एथनाल का उत्पादन किया गया था। इस वर्ष एथनाल उत्पादन का वार्षिक लक्ष्य 140 करोड़ ब.ली. निर्धारित करते हुए 100 दिवस में 45 करोड़ ब.ली. उत्पादित किये जाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसके सापेक्ष 45.17 करोड़ ब.ली. एथनाल का उत्पादन करते हुए 100.4 प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति कर ली गयी है। एथनाल के अधिकाधिक उत्पादन से जनमानस को उपयोगार्थ ग्रीन फ्यूल उपलब्ध हो पायेगा तथा एथनाल ब्लेण्डिंग प्रोग्राम की सफलता से विदेशी मुद्रा की बचत सुनिश्चित हो सकेगी। इससे प्रदेश की जी.डी.पी. में लगभग 2,221.45 करोड़ रूपये का योगदान होगा।

प्रदेश में फाइन डाइनिंग कान्सेप्ट के अन्तर्गत 100 दिवस में 3 नई माइक्रोब्रेवरी रेस्टोबार के साथ खोले जाने की कार्य योजना बनाई गई, जिसमें शत प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित कर ली गयी है। इन माइक्रोब्रेवरी की स्थापना से 3 करोड़ का निवेश तथा 30 व्यक्तियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और राज्य सरकार को लगभग 1.5 करोड़ का राजस्व प्राप्त हो सकेगा। इसी प्रकार इस अवधि में 10 रेस्टोबार अनुज्ञापनों को निर्गत किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके सापेक्ष अब तक 13 रेस्टोबार का लाइसेंस प्रदान करते हुए 130 प्रतिशत की उपलब्धि हासिल की गयी है। 100 दिवस की कार्ययोजना के अन्तर्गत वर्ष 2022-23 में देशी शराब, विदेशी मंदिरा, बीयर, भांग तथा माडल शाप की दुकानों का व्यवस्थापन पूर्ण कर लिया गया है।

अवैध शराब के निर्माण, बिक्री तथा तस्करी की रोकथाम अभियान के अन्तर्गत प्रदेश में 30,010 छापे मारे

इसी प्रकार 100 दिवसीय कार्ययोजना के अन्तर्गत अवैध शराब के निर्माण, बिक्री तथा तस्करी की रोकथाम के लिये दो विशेष प्रवर्तन अभियान चलाये जाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया था, जिसमें पहला प्रवर्तन अभियान दिनांक 21 अप्रैल से 05 मई, 2022 तक चलाया गया। इस अभियान के अन्तर्गत प्रदेश में 30,010 छापे मारे गये, 4,319 अभियोग दर्ज किये गये, 25 लाख ली. अवैध मदिरा बरामद की गई तथा तस्करी में प्रयुक्त 25 वाहन पकड़े गये व 417 अभियुक्तों को जेल भेजा गया। दूसरा प्रवर्तन अभियान दिनांक 21 जून से 5 जुलाई 2022 तक संचालित किया गया। इस अभियान के अन्तर्गत प्रदेश में 31.175 छापे मारे गये तथा 4,278 अभियोग दर्ज करते हुए 1,17,771 ली. अवैध शराब की बरामदगी की गई। अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त 1.230 अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए 412 अभियुक्तों को जेल भेजा गया। अवैध शराब की तस्करी में संलिप्त 54 वाहन जब्त किये गये।

10,200 करोड़ रूपये रखा गया था राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य

100 दिवस की कार्ययोजना के अन्तर्गत 10,200 करोड़ रूपये राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा गया था, जिसके अन्तर्गत अनवरत प्रयास करते हुए वित्तीय वर्ष 2022-23 में 10,83741 करोड़ की प्राप्ति सुनिश्चित कर ली गई है. वित्तीय वर्ष 2022-23 के प्रथम त्रैमास (अप्रैल- 22 से जून-22) तक 9713.48 करोड़ की प्राप्ति हुई है जो गत वर्ष 2021-22 के प्रथम त्रैमास में प्राप्त 8368.58 करोड़ के सापेक्ष 1344.90 करोड़ अर्थात 16.07% अधिक है। 100 दिवस की कार्ययोजना के अन्तर्गत विभाग द्वारा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के दर्शन की संकल्पना को साकार करते हुए देशी शराब, विदेशी मदिरा, बीयर और भांग दुकानों सहित प्रीमियम रिटेल वेण्ड एवं माडल शाप के व्यवस्थापन से संबंधित 107 संशोधन नियमावलियों सहित देशी शराब एवं विदेशी मदिरा के थोक अनुज्ञापनों के व्यवस्थापन से संबंधित 02 संशोधन नियमावलियों अर्थात कुल 09 संशोधन नियमाविलयों का प्रख्यापन किया गया है।

इसके अतिरिक्त प्रदेश में फल उत्पादकों के विकास हेतु फलों से वाइन उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये वाइनरी स्थापना नियमावली में आवश्यक संशोधन भी मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदित किये गये हैं। प्रदेश में प्रथम बार विश्लेषणात्मक श्रेणी और हाई परफारमेंस लिक्विड क्रोमैटोग्राफी श्रेणी के अल्कोहल के प्रसंस्करण एवं बोतल भराई के लाइसेंस की नियमावली भी प्रख्यापित की गयी है।

मथुरा के 22 वार्डो में कर दिया गया मद्यनिषेध घोषित

धर्म नगरी जनपद अयोध्या के रामकोट और रायगंज वार्ड नगर पालिका क्षेत्र, जनपद मथुरा के वृन्दावन क्षेत्र, जनपद वाराणसी में गंगा नदी से 1 किमी. की दूरी तक, जनपद प्रयागराज में संगम क्षेत्र में, चित्रकूटधाम बाराबंकी के देवाशरीफ और सहारनपुर के देवबन्द म्यूनिसपलिटी में पूर्व से ही मदयनिषेध घोषित है। सरकार की मंशा के अनुसार अधिसूचना दिनांक 31.05.2022 द्वारा मथुरा के 22 वार्डो में भी मद्यनिषेध घोषित कर दिया गया है।

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