लखनऊ: बसपा से निष्कासित नेताओं का पार्टी मुखिया मायावती पर पैसों के लेन-देन का आरोप लगाने की परंपरा बन गई है। स्वामी प्रसाद मौर्या से लेकर नसीमुददीन सिददीकी और इन्द्रजीत सरोज तक दर्जनों नेताओं ने मायावती की फजीहत कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब उसी कड़ी में लखनऊ के चार पूर्व प्रत्याशियों का नाम भी शामिल हो गया है। यह नेता दोपहर तीन बजे मायावती पर पैसों के लेन देन का आरोप लगाकर बड़ा खुलासा कर सकते हैं।
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राजधानी के जिन चार प्रत्याशियों को बसपा से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। उनमें लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से प्रत्याशी रहे योगेश दीक्षित, लखनऊ मध्य के पूर्व प्रत्याशी राजीव श्रीवास्तव, लखनऊ पूर्वी के सरोज शुक्ला, लखनऊ उत्तर के पूर्व प्रत्याशी अजय कुमार श्रीवास्तव और सरोजनीनगर से प्रत्याशी रहे शिवशंकर सिंह उर्फ शंकरी शामिल हैं। यही नेता चुनाव के समय अन्य दलों के प्रत्याशियों को टक्कर दे रहे थे।
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उनके समर्थकों का कहना है कि जल्द ही कई और बड़े नेता भी पार्टी को अलविदा कह सकते हैं। गुरूवार को हरदोई सांडी विधानसभा प्रत्याशी व पूर्व विधायक वीरेन्द्र वर्मा और हरदोई सदर के प्रत्याशी धर्मवीर सिंह पन्ने ने बसपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इन नेताओं ने पार्टी कोआर्डिनेटर पर पैसा वसूली का आरोप लगाया है।
उनका भी कहना है कि पार्टी अपनी नीतियों से हटकर धन उगाही में लगी है।