बनारस में नकली रैप बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश, लंबे समय से चल रहा था खेल
ब्रांडेड कंपनियों की आड़ में नकली सामान बेचने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस के मुताबिक मिलावटखोर लोगों की आंखों की धूल झोंकने के लिए नकली रैपर का सहारा लेते थे। नकली रैपर में मिलावटी सामान भरकर धड़ल्ले से बेचा जा रहा था।
वाराणसी: ब्रांडेड कंपनियों की आड़ में नकली सामान बेचने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस के मुताबिक मिलावटखोर लोगों की आंखों की धूल झोंकने के लिए नकली रैपर का सहारा लेते थे। नकली रैपर में मिलावटी सामान भरकर धड़ल्ले से बेचा जा रहा था। वाराणसी पुलिस ने मंडुवाडीह और जैपतुरा इलाके में नकली रैपर बनारकर सामान बेचने वाली एक ऐसी फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। इस फैक्ट्री घड़ी, व्हील, मसाला, टाटा नमक, ब्रांडेड कंपनी के बिस्किट, तेल, खाद्य सामग्री के साथ भी कई तरह के नकली रैपर बनाए जाते थे।
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ऊपर असली नीचे नकली
पुलिस के अनुसार पिछले कुछ दिनों से इस बात की शिकायत मिल रही था कि इलाके में नकली रैपर बनाया जा रहा है। मिलावटखोर इसका इस्तेमाल नकली सामान बेचने में कर रहे हैं। पुलिस ने शनिवार को जाल बिछाया और दुकानदारों से पूछताछ शुरु की। दुकानदारों से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने शिवदासपुर और जैतपुरा इलाके में छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली रैपर बरामद किए।
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भाग खड़े हुए फैक्ट्री के मालिक
पिछले दिनों कुछ कंपनियों के जांच अधिकारी, व्यापारी बनकर उस फैक्ट्री में रैपर खरीदने के लिए गए थे। जब उन्होंने वो रैपर खरीदे तो पता चला कि सारे रैपर नकली हैं और उसमें सामान भरकर बेचा जा रहा है। इसके बाद जैतपुरा और मंड़ुवाडीह थाना पुलिस ने संयुक्त छापेमारी की। पुलिस ने वहां से भारी मात्रा में नकली खाली रैपर, और उसमें भरा सामान के साथ रैपर बनाने वाली मशीन को भी बरामद किया है। फैक्ट्री का मालिक अरुण गुप्ता अभी फरार है, वहीं पुलिस ने वहां काम करने वाले राजेश गुप्ता को हिरासत में लिया है।