वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में सात मार्च 2006 को हुए आतंकी हमले की दसवीं बरसी के एक दिन बाद एक संदिग्ध पकड़ा गया। पकड़ा गया संदिग्ध खुद को रॉ का एसएसपी बताकर पुलिस वालों पर रौब झाड़ रहा था। संदेह होने पर पुलिस ने उसे पकड़ कड़ाई से पूछताछ की, तो सच सामने आ गया।
कैसे आया पकड़ में?
-शिवरात्रि के दिन कंदवा स्थित कर्दमेश्वर महादेव मंदिर जो पंचक्रोशी यात्रा का प्रमुख पड़ाव भी है, में भक्तों की भारी भीड़ थी।
-भीड़ में संदिग्ध को रोका गया तो वह उल्टे पुलिस को ही धमकाने लगा।
-उसने खुद को रॉ का एसएसपी बताया।
-उस वक्त मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों ने इसकी सूचना मंडुवाडीह थानाध्यक्ष फरीद अहमद को दी।
तलाशी में मिले कई फर्जी आईडी
-थानाध्यक्ष ने संदिग्ध की तलाशी ली, तो उसके पास से कई फर्जी पहचान पत्र बरामद हुए।
-कड़ाई से पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल लिया।
-बताया, फर्जी परिचय पत्र के आधार पर वह आला अधिकारियों और पीएम कार्यालय के संपर्क में रहता था।
-पुलिस ने गिरफ्तार युवक को जेल भेज दिया है।
कौन है संदिग्ध?
-संदिग्ध का नाम अनघ पांडेय है।
-वो मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के मीरा नगर कॉलोनी में रहता है।
कहां-कहां के थे फर्जी दस्तावेज?
-प्रधानमंत्री कार्यालय रायसीना हिल का एक फर्जी परिचय पत्र।
-यूनिवर्सल न्यूज़ एजेंसी का फर्जी परिचय पत्र।
-जेल मैनुवल के अंतर्गत उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति लखनऊ की ओर से जारी फर्जी परिचय पत्र बरामद।