जुड़े टूटे रिश्तेः झांसी के परिवार परामर्श केंद्र पहुंचे दंपत्ति, सामने आए रोचक मामले
कभी-कभी जिंदगी में छोटी-छोटी बातों पर गृहस्थ जीवन में जहर घुल जाता है। ऐसे कई मामले परिवार परामर्श केंद्र के पास पहुंचते हैं, जहां काउंसलर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर उन्हें फिर से एक साथ रहने की सलाह देते हैं।
झाँसी: कभी-कभी जिंदगी में छोटी-छोटी बातों पर गृहस्थ जीवन में जहर घुल जाता है। ऐसे कई मामले परिवार परामर्श केंद्र के पास पहुंचते हैं, जहां काउंसलर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर उन्हें फिर से एक साथ रहने की सलाह देते हैं। रविवार को महिला थाने में परिवार परामर्श केंद्र का आयोजन किया गया, जहां कई रोचक मामले सामने आए। वहां नौ दंपतियों में चार दंपतियों की गलतफहमी की दीवार गिरी और वे फिर से एक हो गए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी के निर्देश पर रविवार को महिला थाना परिसर में परिवार परामर्श केंद्र का आयोजन किया गया। इसमें पति-पत्नी के बीच कड़वाहट के करीब नौ मामले सामने आए। इनमें चार का निपटारा किया गया। साथ ही चार दंपत्ति एक साथ रहने की रजामंदी बनी।
पति नहीं देता हैं खर्च के रुपये
इस बीच एक केस सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के के के पुरी का सामने आया। इसमें युवती ने शिकायत की थी, उसका पति उसे खर्च के रुपये नहीं देता है और उसे इसके लिए सास-ससुर पर आश्रित रहना पड़ता है। दरअसल, के के पुरी की युवती की शादी पठौरिया में रहने वाले एक रेल कर्मचारी से हुई थी। युवती की शिकायत थी कि उसका पति बाहर रहता है और महीनों बाद घर आता है। साथ ही वह उसे घर का खर्च भी नहीं देता है। इस पर उसे बार-बार सास व ससुर से रुपये मांगने पड़ते हैं। काउंसलिंग में दोनों को बैठाकर जब बात की गई तो पति ने हर माह उसको रुपये भेजने और कुछ दिन अपने साथ रहने पर सहमति जताई। इसके बाद पति-पत्नी के साथ जाने को तैयार हुई।
पूरा वेतन देने को तैयार हुआ पति
वहीं, घर खर्च को लेकर दंपतियों में दरार का एक और मामला सामने आया। सिविल लाइन निवासी एक युवक सरकारी नौकरी में है। पत्नी ने शिकायत की कि उसका पति उसे खर्च नहीं देता है। पत्नी ने कहा कि वो पढ़ी-लिखी है लेकिन पति उसे जॉब भी नहीं करने देता है। इसके बाद पत्नी मायके चली गई। काउंसलिंग के दौरान पत्नी ने पति से 10 हजार रुपये की डिनांड ती तो पति उसे पूरा वेतन देने को तैयार हो गया।
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इस तरह के मामले आए सामने
परिवार परामर्श केंद्र में करीब नौ मामले रखे गए। अधिकांश मामलों में किसी एक पक्ष का संस्कारों से दूर रहना, बेमेल विवाह, शराब, आर्थिक बोझ व झूठ पर आधारित वैवाहिक संबंधि आदि रहे। इस दौरान महिला थाना प्रभारी निरीक्षक पूनम शर्मा, काउंसलर मनोरमा देवी, नीति शास्त्री, महिला उपनिरीक्षक पूनम वर्मा, महिला आरक्षी महिमा कुशवाहा, प्रमिला यादव आदि लोग उपस्थित रहे हैं।
रिपोर्ट- बी के कुश्वाहा
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