Mahoba: चिटफंड कंपनी घोटाले में डूबा किसान का पैसा, पुलिस की प्रताड़ना से परेशान किसान ने लगाया फांसी

Mahoba: महोबा में पुलिस प्रताड़ना और चिटफंड घोटाले (chit fund scam) में अपना पैसा डूबने से परेशान होकर एक किसान ने फाँसी लगाकर (Farmer hanged) अपने घर मे आत्महत्या कर ली ।

Report :  Imran Khan
Update: 2022-07-12 15:04 GMT

महोबा: चिटफंड कंपनी घोटाले में डूबा किसान का पैसा, लगाया फांसी

Mahoba: महोबा में पुलिस प्रताड़ना और चिटफंड घोटाले (chit fund scam) में अपना पैसा डूबने से परेशान होकर एक किसान ने फाँसी लगाकर (Farmer hanged) अपने घर मे आत्महत्या कर ली । मृतक के परिजनों ने आरोपी दरोग़ा व चिटफण्ड कम्पनी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग को लेकर कानपुर साग़र हाईवे में शव रखकर जाम लगा दिया । परिजनों का आरोप है कि चिटफण्ड कम्पनी और पुलिस की साठगाँठ के चलते ही उनके पिता फाँसी के फंदे पर झूल गये । पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर कार्यवाही का भरोसा दिया है ।

महोबा जिले के खरेला थाना क्षेत्र (Kharela police station area) के बरायें ग्राम निवासी प्रमोद उदैनिया को पडोसी गाँव के कुबेर सिंह ने अपने साथी धर्मेंद्र सिंह, जागेश्वर साहू, मुमताज़ अहमद , सोहनलाल से मिलवाया । सभी ने बताया कि उनकी कम्पनी एमडीएस इंफ्रा लिमिटेड किसानों के लिए बैंक से अच्छा ब्याज देती है यदि 10- 12 लोगों को आर डी, एफडी कराते है तो एजेंट बना देगें ।

पुलिस ने शिकायकर्ता व उसके पुत्र के साथ किया अभद्रता पूर्ण व्यवहार

कम्पनी के कर्मियों की बातों में आकर प्रमोद उदैनिया कम्पनी के एजेंट बन गए और एजेंट बनते ही उन्होंने 12 से 13 लाख रुपये जमा किये । जब प्रमोद को पता चला कि दिसम्बर 2021 में कम्पनी ऑफिस बन्द करके भाग गई तो उन्होंने उपरोक्त सभी 6 लोगों के विरुद्ध 156/ 3 के तहत चरखारी कोतवाली में आईपीसी की धारा 419, 420,467,468 के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया था । मृतक के पुत्र अनिल ने बताया कि आरोपियों ने पुलिस के साथ साठगाँठ करके उनसे अपनी शर्तों पर दबाब बनाते हुये राजीनामा लिखवा लिया । इस दौरान पुलिस ने शिकायकर्ता व उसके पुत्र के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार किया जिसके चलते बुजुर्ग किसान सदमे में आ गया ।

मृतक किसान के घर में मचा कोहराम

पुलिस के बढ़ते दबाब और कम्पनी ग्राहकों के तकादे से परेशान होकर आज बुजुर्ग प्रमोद ने अपने महोबा बजरंग चौक स्थित मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से मृतक के घर में कोहराम गया । घटना से आक्रोशित होकर परिजनों ने मृतक किसान के शव का पंचनामा न कराते हुए कानपुर साग़र हाइवे में रखकर प्रताड़ित करने वाले पुलिस कर्मियों एवं कम्पनी के प्रबंधकों पर कार्यवाही की माँग की । पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए उन्हें कार्यवाही का आश्वासन दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।

अपर पुलिस अधीक्षक आर.के. गौतम ने कहा कि सीओ सिटी को इस घटना की जांच सौंपी गयीं है । जिसमे गहराई से जांच करते हुए 24 घण्टे में रिपोर्ट प्रेषित करने की बात कही है । यदि इस प्रकरण में कोई पुलिस कर्मी दोषी पाया जाता है तो उस पर कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।

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