बिटिया से छेड़छाड़ का किया विरोध, आरोपी ने पिता को चार मंजिल से नीचे फेंका, मौत
यूपी के शाहजहांपुर में एक नाबालिग से छेड़छाड़ करने का विरोध करने पर आरोपी युवक ने नाबालिग के पिता को चार मंजिल से नीचे फेंक दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
शाहजहांपुर: प्रदेश मे बीजेपी सरकार आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं की सुरक्षा के तमाम वादे किए थे। लेकिन उन वादों की पोल यूपी के शाहजहांपुर में खुलती नजर आ रही है। ताजा मामला यूपी के शाहजहांपुर का है। जहां एक नाबालिग से छेड़छाड़ करने का विरोध करने पर आरोपी युवक ने नाबालिग के पिता को चार मंजिल से नीचे फेंक दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पीङिता का आरोप है कि दो साल पहले भी उसके साथ छेड़छाड़ की थी जिसकी रिपोर्ट थाने मे दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते उसने बीती रात फिर उसके साथ छेड़छाड़ की। लेकिन पुलिस पीड़िता के आरोपों को बेबुनियाद बताकर शराब के नशे मे गिरना बताकर मामले को दबाने में जुटी हुई है।
क्या है मामला ?
दरअसल, घटना चौक कोतवाली के कांशीराम कॉलोनी की है। यहां ब्लॉक नबंर 23 मे रहने वाले राजेंद्र (45) अपने 6 बेटी और दो बेटो के साथ रहते हैं। 15 साल की नाबालिग पीड़िता का आरोप है कि बीती रात खाना खाकर वह छत पर गई थी। ब्लॉक नंबर 23 मे कई परिवार रहते हैं। इसलिए सबसे ऊपरी मंजिल पर कोई भी जा सकता है। जब वह खाना खाने के बाद सबसे ऊपर की मंजिल पर गई तो ब्लॉक ही रहने वाला जाहेद (22) पुत्र अतहर भी उसके पीछे-पीछे छत पर आ गया और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। उसका कहना है कि उसके साथ जब छेड़छाड़ हुई तो वह चिल्लाई उसकी आवाज सुनकर उसके पिता राजेंद्र छत पर आए तो जाहेद उसके साथ छेड़छाड़ कर रहा था।
पीड़िता का आरोप है कि जब उसके पिता ने छत पर आकर विरोध किया तो गुस्साए जाहेद ने उनको चार मंजिल से नीचे फेंक दिया। जिससे उसके पिता की मौके पर ही मौत हो गई। उसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। पीड़िता ने बताया कि जाहेद दो साल पहले भी उसके साथ छेड़छाड़ कर चुका है। जिसकी शिकायत उसने थाने में भी दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की थी। बीते शनिवार को उस मुकदमे की कोर्ट मे तारीख भी थी।
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पुलिस की लापरवाही से आरोपी के हौंसले बुलंद
पीड़िता के मुताबिक, वह बेहद गरीब है। बड़ा परिवार होने के कारण वह खुद भी दूसरों के घरों मे जाकर खाना बनाती है। और उसके पिता मजदूरी करते हैं। पीडिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस आरोपियों का साथ दे रही है। यही वजह है कि दो साल पहले भी मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की और आरोपी के हौंसले बुलंद हो गए और उसने मेरे पिता को छत से नीचे फेंक दिया।
क्या कहना है पुलिस ?
वहीं इस पूरे मामले को पुलिस दबाते नजर आ रही है। सीओ सिटी सुमित शुक्ला पीड़िता के आरोपों को निराधार बता रहे हैं। उनका कहना है शराब के नशे मे नीचे गिरकर मौत हुई है। जाहेद पर शक जताया गया है। छेङछाङ जैसा कोई मामला नहीं है। सीओ का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।