कैराना उप-चुनाव में दिलचस्प हुई लड़ाई, दारुल उलूम देवबंद का फतवे से किया इंकार

Update: 2018-05-26 17:23 GMT
कैराना उप-चुनाव में दिलचस्प हुई लड़ाई, दारुल उलूम देवबंद का फतवे से किया इंकार

लखनऊ : कैराना लोक सभा सीट के लिए हो रहे उप-चुनाव को लेकर फतवा जारी करने की ख़बरों दारुल उलूम देवबंद ने सिरे से खारिज कर दिया है। रालोद उम्मीदवार तबस्सुम हसन के पक्ष में फतवा जारी करने की ख़बरों का खण्डन करते हुए दारुल उलूम देवबंद ने पत्र जारी कर कहा है कि वो किसी भी तरह के राजनैतिक मामलों में दखल नहीं देता है। 28 मई को होने वाले कैराना उप चुनाव से पहले इस्लामिक यूनिवर्सिटी दारुल उलूम देवबद से भाजपा के खिलाफ फतवा जारी करने की ख़बरों से चुनाव प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही थी। भाजपा इस खबर के ज़रिये माइलेज लेने की कोशिश भी कर रही थी। इस बीच आज शाम से चुनाव प्रचार थम गया है। कैराना लोकसभा और नूरपुर विधान सभा उप-चुनाव के मद्देनज़र भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतज़ाम किये गए हैं।

चुनाव प्रचार थमा, उम्मीदवारों की क़िस्मत का फैसला 28 को

कैराना उप-चुनाव में पल पल बदलते घटनाक्रम के बीच इस्लामिक यूनिवर्सिटी दारुल उलूम देवबंद के कथित फतवे ने नया ट्विस्ट ला दिया है। कथित फतवे की ख़बरों के बीच मदरसे की तरफ से फतवे की ख़बरों का खण्डन किया गया है। दारुल उलूम देवबंद की तरफ से जारी चिठ्ठी में कहा गया है, कि कैराना लोक सभा उप-चुनाव के लिए दारुल उलूम ने किसी भी पार्टी को लेकर कोई फतवा या बयान जारी नहीं किया है। दारुल उलूम देवबंद की तरफ से कहा गया है, कि वो किसी भी तरह के राजनैतिक मामलों में दखल नहीं देता है। दरअसल कैराना उप-चुनाव को लेकर दारुल उलूम देवबंद की तरफ से बीजेपी के खिलाफ फतवा जारी किये जाने की ख़बरों ने चुनाव में नया ट्विस्ट ला दिया था। जिस के बाद दारुल उलूम देवबंद की तरफ से यह सफाई पेश की गई है। भाजपा साँसद हुकुम सिंह के निधन से खाली हुई कैराना लोकसभा सीट पर हो रहे उप-चुनाव में भाजपा ने हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। जिन का मुक़ाबला राष्ट्रीय लोक दल उम्मीदवार तबस्सुम हसन से है। तबस्सुम को समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस और भीम आर्मी का समर्थन हासिल है।

चुनाव के मद्देनज़र सीमाएं सील की गई, मतदान 28 को

कैराना और नूरपूर में 28 मई को होने वाले उप-चुनावों के मद्देनज़र दोनों जगह सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किये गए हैं। डीआईजी क़ानून व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया कि कैराना उप-चुनाव के मद्देनज़र पूरे लोक सभा छेत्र को 14 ज़ोन और 143 सेकटर में बांटा गया है। इस के अलावा केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 51 कम्पनियां लगाईं गई हैं। सुरक्षा की दृष्टि से सहारनपुर में 25 कम्पनी, जबकि 26 कम्पनी शामली जिले लगाईं गई है। प्रवीण कुमार ने बताया कि चुनाव के मद्देनज़र सीमाएं सील कर दी गई हैं। कैराना लोकसभा सीट में पांच विधानसभा सीटों कैराना, शामली, थाना भवन, नकुड़ और गंगोह है। गंगोह और नकुड़ विधान सभा सीट सहारनपुर ज़िले में आती है।

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