योगी सरकार में BJP नेताओं की गुंडागर्दी, पुलिस महकमे को खतरा

Update:2017-04-09 14:48 IST

 

शाहजहांपुर/ मेरठ: सीएम आदित्यनाथ योगी दिन रात एक कर यूपी में सुशासन लाना चाहते हैं, लेकिन उनके नेता बेलगाम होकर गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। यूपी के दो शहरों में बीजेपी नेताओं की दबंगई देखने को मिली। पहला मामला शाहजहांपुर का है। यहां बीजेपी नेता मनोज कश्यप का धमकी भरा ऑडियो वायरल हुआ। जिसमें वह प्रभारी कोतवाल अमर सिंह यादव को फोन पर इस तरह से धमकी दी, जैसे कोई माफिया डॉन फिरौती के लिए धमकियां देता है।

जब यह धमकी भरा ऑडियो सबके सामने आया तो बीजेपी नेता के बोल बदल गएं। उनसे जब इस धमकी भरे ऑडियो के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने कोतवाली प्रभारी को जान से मारने की धमकी नहीं दी थी। मैंने सिर्फ अत्याचार खत्म करने की बात कही है।

क्या है मामला?

कोतवाली जलालाबाद क्षेत्र के ढकटेरवा गांव में दो पक्षों में खेत को लेकर विवाद चल रहा था।

जिसमें एक पक्ष एसडीएम कोर्ट से इस्टे लाया है, दूसरा पक्ष बीजेपी नेता की पैरवी कर रहे है।

शनिवार को बीजेपी नेता को सुचना मिली की दूसरा पक्ष महैंद्र सिंह फसल काट रहा है, इसी बात से आग बबूला हुए नेता मनोज कश्यप ने कोतवाली प्रभारी अमर सिंह यादव को फोन पर जान से मारने की धमकी दी।

क्या कहा फोन पर

-उन्होंने फोन पर कहा कि मैं रहने नहीं दूगा तुझे।

-ख़तम कर दूंगा तुझे और अगर तुझे मार नहीं पाया तो तेरा करेक्टर ख़राब कर दूंगा।

-इस दौरान कोतवाली प्रभारी आरोपों की जांच करने की बात करते रहे।

धमकी भरे सुर मे एसपी से बात की

-बता दे कि बीजेपी नेता मनोज कश्यप ने विधानसभा चुनाव मे जलालाबाद विधानसभा से चुनाव लड़ा था। जिसमे उनकी हार हुई थी।

-मनोज कश्यप अपनी दबंगई से जान जाते हैं।

-चुनाव वाले दिन भी इसी नेता का विवाद एसपी केबी सिंह से हो गया था।

-उस वक्त भी मनोज कश्यप ने एसपी से धमकी भरे सुर मे एसपी से बात की थी।

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मेरठ: यहां भी एक बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता और उसके बेटे पर साथियों संग दबगंई करने और पुलिस से हाथापाई का आरोप लगा है। घटना तब हुई जब पुलिस ने चेकिंग के दौरान बीजेपी नेता की एसयूवी पर लगा हूटर उतारा। बीजेपी नेता और उनके समर्थकों ने इंस्पेक्टर की वर्दी फाड़ते हुए चांटा जड़ दिया और पुलिस क्षेत्राधिकारी से हाथापाई कर दी।

भाजपाईयों के हंगामे के कारण कई घंटों तक घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। बाद में कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अफसरों ने स्थिति पर काबू पाया।

बीजेपी नेता का आरोप

बीजेपी नेता का आरोप है कि पुलिस द्वारा चैंकिंग के नाम पर पहले उनके बेटे और फिर उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की गई। घटना के संबंध में दोंनो ही पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। हांलाकि सत्ताधारी दल से जुड़ा मामला होने के कारण पुलिस के आला अफसर घटना में दोंनो पक्षों का समझौता करा कर मामले को रफा-दफा करने के प्रयास में जुटे हैं।

पुलिस का मनोबल कैसे कायम होगा

घटना में पुलिस के साथ हाथापाई और मारपीट करने के आरोपी को हिरासत से छोड़ दिए जाने पर विपक्षी दलों के नेताओं ने सवाल खड़ें कर बीजेपी को घेरना शुरु कर दिया है। उनका कहना है कि कोई सरेआमं पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दे और पुलिस उसको गिरफ्तार नहीं कर सके। ऐसे में पुलिस का मनोबल कैसे कायम रह सकता है।

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-पुलिस के मुताबिक डिफेंस एनक्लेव निवासी संजय त्यागी बीजेपी के दक्षिण विधानसभा क्षेत्र प्रभारी हैं।

-उनका बेटा अंकित त्यागी शनिवार देर शाम एसयूवी गाड़ी से दिल्ली की तरफ जा रहा था।

-परतापुर तिराहे पर चेकिंग कर रहे इंस्पेक्टर सुशील दूबे ने गाड़ी में हूटर बजता देखा तो उन्होंने बीजेपी नेता की गाड़ी रोकी।

-इस पर गाडी में सवार उनका बेटा अंकित त्यागी भड़क उठा और उसने इंस्पेक्टर को उसकी वर्दी तरवाने को कहा।

-अंकित त्यागी ने धमकी देते हुए कहा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी गाड़ी रोकने की।

-इस पर पुलिस अंकित त्यागी को पकड़ कर थाने ले जाने लगी।

-बेटे को पुलिस द्वारा पकड़े जाने की सूचना पर संजय त्यागी साथियों संग बाइपास पर पहुंच गए।

-उस समय अंकित को जीप में बैठा कर मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था।

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-संजय त्यागी का आरोप है कि संजय त्यागी ने जीप से अंकित को नीचे खींचने की कोशिश की।

-पुलिस ने रोका तो हाथापाई पर उतर गए।

-हाथापाई के दौरान इंस्पेक्टर और एसआई की वर्दी नोंच डाली।

-परतापुर थाने के इंस्पेक्टर सुशील दूबे के मुताबिक अंकित और उनके पिता संजय त्यागी की अभद्रता के वीडियों पुलिस के पास हैं, जिन्हें वरिष्ठ पुलिस अफसरों को सौंप दिया गया है।

-घटना के संबंध में इंस्पेक्टर सुशील दूबे ने अंकित पर सरकारी कार्य में बाधा डालने और मारपीट की तहरीर दी है, वहीं दूसरी तरफ संजय त्यागी ने इंस्पेक्टर के खिलाफ मारपीट की तहरीर दी है।

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