Firozabad News: जमीन घोटाले में सीएम योगी का सख्त रुख, एसडीएम व तहसीलदार सहित 19 लोगों पर मुकदमा

Firozabad News: 75 बीघा जमीन का विवाद फर्जी वसीयत को लेकर एसडीएम सिरसागंज के न्यायालय में चल रहा था। इस मामले में जांच के बाद 19 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।;

Report :  Brajesh Rathore
Update:2024-07-11 11:09 IST
Lucknow News

CM Yogi (Pic: Social Media)

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Firozabad News: फिरोजाबाद जनपद में अधिकारियों द्वारा किये गए 75 बीघा जमीन के घोटाले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त रुख के बाद बीती रात पुलिस ने सिरसागंज तहसील के तत्कालीन SDM विवेक राजपूत व तहसीलदार नावीन कुमार सहीत तहसील के 19 अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।  FIR में 75 बीघा जमीन का बैनामा करने वाले व अपने नाम कराने वाले सभी लोगों के नाम भी शामिल हैं।

ये है पूरा मामला

पीड़ित किसान ने एसडीएम सहित तहसील के अधिकारीयों पर 75 बीघा जमीन के बंदरबांट का आरोप लगाया था। सिरसागंज तहसील के गाँव रुधेंनी में योगेन्द्र शर्मा नाम के एक किसान ने जिलाधिकारी को एक प्राथना पत्र देकर आरोप लगा सनसनी फैल दी थी। उनका कहना था कि अधिकारीयों ने करोड़ों रुपए की जमीन का दूसरे पक्ष में निर्णय देने के बदले में अपने रिश्तेदारों के नाम बैनामा करवा लिया है। जिसके बाद जिलाधिकारी रमेश रंजन ने SDM सिरसागंज तहसीलदार व अन्य आरोपी अधिकारियों को वहाँ से हटा कर मुख्यालय से अटैच कर दिया है।

75 बीघा जमीन घोटाले का मामाल

मामला फिरोजाबाद के थाना सिरसागंज के गांव रूधैनी का है जहां एक 75 बीघा जमीन का विवाद फर्जी वसीयत को लेकर एसडीएम सिरसागंज के न्यायालय में चल रहा था। जिसमें 7 जून 2024 को एक आदेश होना था और दोनों पक्षों को 7 जून को बुलाया गया था। लेकिन पीड़ित पक्ष योगेंद्र शर्मा एसडीएम के न्यायालय पहुंचे तो एसडीएम के पेशकार ने बताया कि इसमें आदेश हो चुका है। जब अपील कर्ता के भाई बेदेन्द्र शर्मा ने पूरी जानकारी जुटाई तो पता चला कि 7 जून 2024 को आदेश फर्जी वसीयतकर्ता के पक्ष में कर दिया है। साथ ही 11 जून 2024 को ही उक्त जमीन का दाखिल खारिज भी कर दिया गया।

धोखाधड़ी से लिखाई गई जमीन

12 जून 2024 को यह जमीन 10 लोगों के नाम बिक्री कर दी गई। जिसमें पीड़ित का आरोप है कि आदेश के बदले दो बैनामा सिरसागंज एसडीएम विवेक राजपूत के रिश्तेदार और जानने वाले जिला जालौन निवासी दीपक राजपूत व अर्जुन सिंह गुर्जर के नाम में कर दिए गया। वहीं तीन बैनामा नायब तहसीलदार नवीन कुमार के जानने वाले व रिश्तेदार अनीता सिंह, महिपाल सिंह व राजश्री चाहर निवासी डिफेंस कॉलोनी आगरा के नाम कर दिए गए। वहीं तीन बैनामा जिला पंचायत सदस्य हरीश धनगर निवासी रूधैनी ने अपने जानने वाले तीन लोगों के नाम करा लिया। वहीं एक बैनामा भाजपा के मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह ने अपने नाम करा लिया और दो बैनामा क्षेत्रीय लेखपाल अभिलाख सिंह ने अपने दो रिश्तेदारों जो मैनपुरी के रहने वाले हैं उनके नाम करा लिए।

19 लोगों के खिलाफ मुकदमा

जानकारी होते ही अपीलकर्ता योगेंद्र शर्मा ने जिलाधिकारी कार्यालय में जाकर अपनी शिकायत की, लेकिन वहां भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। जब मामला मीडिया के बीच पहुंचा तो आनन फानन में कार्यवाही करते हुए जिलाधिकारी रमेश रंजन ने एसडीएम सिरसागंज विवेक राजपूत को जिला अधिकारी कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया। तहसीलदार को भी वहाँ से हटा दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा अब पूरे मामले की जांच करने के लिए सीडीओ दीक्षा जैन की अध्यक्षता में एक जाँच कमेठी गठित कर दी। जिसकी सात दिन में रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी गयी। जिलाधिकारी ने रिपोर्ट शाशन को प्रेषित कर दी। जिसके बाद कल बीते दिन मुख्यमंत्री ने इस पर सख्त एक्शन लेते हुए तत्कालीन एसडीएम विवेक राजपूत, तहसीलदार नावीन कुमार, कानून गो, लेखपाल, तहसील बाबू सहित बैनामे करने वाले व कराने वाले 19 लोगों के खिलाफ बीती रात थाना सिरासगंज पर मामला दर्ज कर लिया गया है। अब पुलिस आगे की जाँच में जुट गयी है।

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