Firozabad News: अवैध कब्जे पर कार्रवाई ना होने से परेशान किसान, उच्च अधिकारियों से की न्याय की मांग
Firozabad News: सिरसागंज तहसील के पुन्नछा गांव के सुभाष चंद्र ने डेढ़ साल पहले गढ़ी डुंडपुर में खेत खरीदा, लेकिन पड़ोसी ने उसकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया।;
Firozabad News: सिरसागंज तहसील क्षेत्र के गांव पुन्नछा निवासी सुभाष चंद्र पुत्र सागर सिंह ने डेढ़ साल पहले गढ़ी डुंडपुर में 0.187 हैक्टेयर खेत खरीदा था। लेकिन, इसके बाद उसके पड़ोसी किसान ने उसकी जमीन पर लगभग एक बीघा से अधिक भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया। तब से पीड़ित सुभाष चंद्र अधिकारियों के पास न्याय के लिए चक्कर काट रहा है, लेकिन उसे कोई न्याय नहीं मिल पा रहा है। उसका पूरा परिवार इस समस्या के कारण मानसिक रूप से परेशान है और प्रशासन से न्याय की उम्मीद लगाए बैठा है।
जब सुभाष चंद्र ने अपनी शिकायत अधिकारियों से की, तो राजस्व विभाग की टीम भेजी गई, जिन्होंने मौके पर जाकर उसकी नापतौल की और राजस्व विभाग द्वारा जमीन पर कब्जा करने वाले के खिलाफ कार्यवाही शुरू की। इसके बाद उप जिलाधिकारी सिरसागंज ने भी राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेजकर पैमाइश कराई और इसके बाद मुड्डी (चिन्ह) भी लगवाया। लेकिन जब यह मुड्डी लगाई गई, तो अवैध कब्जा करने वाले किसान ने उसे उखाड़कर फेंक दिया। इस पर सुभाष ने दोबारा उप जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत की और राजस्व विभाग की टीम पर आरोप लगाया कि वे अवैध कब्जा हटाने में नाकाम रहे हैं।
इसके बाद, उप जिलाधिकारी ने एक नई टीम गठित की और समाधान दिवस पर तहसीलदार को निर्देश दिए कि वह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर जाकर अवैध कब्जा हटवाने की कार्यवाही करें। लेकिन समाधान दिवस के दिन, दोनों पक्षों को थाना बुलाया गया, और वहां पर अवैध कब्जा धारक को कब्जा हटाने के निर्देश दिए गए। हालांकि, अवैध कब्जा करने वाला व्यक्ति अभी भी अपनी जिद पर कायम है और उसने कब्जा नहीं हटाया। पीड़ित सुभाष चंद्र का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन अवैध कब्जा करने वाले और कुछ राजनैतिक प्रभावशाली व्यक्तियों के दबाव में आकर उसे न्याय नहीं दिला पा रहे हैं।
सुभाष का कहना है कि अधिकारी उसे लगातार आश्वासन देते आ रहे हैं कि उसकी जमीन उसे ही मिलेगी, लेकिन वे उसकी जमीन पर लगी दीवार को हटवाने में नाकाम हो रहे हैं। उन्होंने उच्चाधिकारियों से मांग की है कि उसकी जमीन से अवैध कब्जा हटवाया जाए। सुभाष चंद्र ने चेतावनी दी है कि अगर उसकी जमीन पर कब्जा नहीं हटवाया जाता, तो वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ अनशन करने के लिए विवश होगा।