Firozabad News: हाईटेंशन तार की चपेट में आने से पिता-पुत्र की मौत, गांव में पसरा सन्नाटा

Firozabad News: जिले के मक्खनपुर थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में हाईटेंशन तार के करंट से पिता-पुत्र की मौत हो गई। जानकारी होते ही परिवार में चीख पुकार मच गई।

Report :  Brajesh Rathore
Update: 2023-12-10 10:31 GMT

फिरोजाबाद में करंट की चपेट में आने से पिता-पुत्र की मौत (न्यूजट्रैक)

Firozabad News: जिले के मक्खनपुर थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में हाईटेंशन तार के करंट से पिता-पुत्र की मौत हो गई। जानकारी होते ही परिवार में चीख पुकार मच गई। सूचना पर एसडीएम विवेक मिश्रा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पुहंच गये। परिजनों ने गमगीन माहौल में पिता-पुत्र की अंत्येष्टि की। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। फुलरई निवासी 50 वर्षीय शिशुपाल अपने सबसे छोटे पुत्र कौशल उर्फ रौनक (18) के साथ एक पाइप घर से निकाल रहे थे। जब उन्होंने पाइप को खड़ा किया तो ऊपर से निकल रही 11 हजार वोल्टेज लाइन के संपर्क में पाइप आ गया। जिससे पिता-पुत्रों को करंट लगा और गंभीर रूप से झुलस गये।

करंट लगने की जानकारी होते ही ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। गंभीर हालत में पिता-पुत्र को लेकर परिजन फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पिता-पुत्र की बिजली करंट से मौत की जानकारी होते ही परिवार में चीत्कार मच गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण और रिश्तेदार फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज पहुंच गये। पिता-पुत्र की मौत की खबर लगते ही एसडीएम विवेक मिश्रा,नायब तहसीलदार अवनीश कुमार और एसएचओ मक्खनपुर शैलेंद्र सिंह चौहान मौके पर पहुंच गये और मृतक के परिजनों को सांत्वना दी। परिजनों ने बताया कि कौशल बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र था।

वहीं शिशुपाल की पत्नी ममता की 10 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी। रविवार को शिशुपाल और कौशल घर पर काम कर रहे थे, तभी अचानक हादसा हो गया। ग्राम प्रधान लाल बहादुर ने बताया कि पिता-पुत्र की एक साथ मृत्यु होने से रविवार सुबह पूरे गांव में शोक की लहर है। देर शाम पिता-पुत्र की अंत्येष्टि एक ही जगह की गई। इस संबंध में एसडीएम विवेक मिश्रा ने बताया कि पिता-पुत्र की मृत्यु के बाद परिजनों को हर संभव मदद की जाएगी।

पिता-पुत्र की मौत के बाद गांव में पसरा सन्नाटा

फुलरई गांव में पिता-पुत्र की विद्युत करंट से हुई मौत के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया। पूरे गांव में रविवार को चूल्हा तक नहीं जला। जब शाम को पोस्टमार्टम के बाद पिता-पुत्र के शव गांव आए तो पूरा गांव उनके अंतिम दर्शनों के लिए एकत्रित हो गया। गांव में पसरा सन्नाटा महिलाओं के करुण क्रंदन से टूटा। अंत्येष्टि में शामिल हुए लोगों की पिता-पुत्र की एक साथ मृत्यु से आंखें नम हो गईं। हर कोई विधाता को कोसता नजर आया। वहीं ग्रामीणों ने गमगीन माहौल में पिता-पुत्र की अंत्येष्टि की। मृतक शिशुपाल के तीन बेटे हैं। जिनमें से छोटा बेटा कौशल और शिशुपाल की एक साथ मौत हो गई। जबकि उनके दो बड़े बेटों का रो-रो कर बुरा हाल है।

Tags:    

Similar News