इलाहाबाद: संगम स्थली इलाहबाद में आजकल गंगा नदी जमकर अपना रौद्र रूप दिखा रही है। गंगा नदी आए उफान की वजह से इलाहबाद में हाय-तौबा मची हुई है।
यहां जीवनदायिनी गंगा ने पचास से ज्यादा गांवों को चपेट में ले लिया है। गांवों में पानी घरों तक में घुस गया है।
सड़क-रास्तों, स्कूलों-बाजारों, घरों-मकानों और मंदिरों हर जगह पानी-पानी ही दिखाई दे रहा है। सारा एरिया पानी-पानी हो गया है। पानी का स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि घरों की पहली मंजिल को पार कर चुका है।
लोग अपने घरों को छोड़कर रिलीफ कैम्पों में शरण ले रहे हैं। रास्तों में चलने वालों का आधा-आधा शरीर पानी में डूब जाता है।
शहरी इलाके में भी नावें चलाकर घरों में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है। इलाहाबाद के संगम में आस्था की डुबकी लगाने की चाह रखने वाले श्रद्धालुओं को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है । संगम किनारे लेटे हुए हनुमान जी का पुराना मंदिर पूरी तरह डूब गया है।
बता दें कि बाढ़ की तबाही की वजह से इलाहाबाद के बड़े हिस्से का जन-जीवन पूरी तरह अस्त- व्यस्त हो गया है। इलाहाबाद में गंगा और यमुना दोनों ही नदियां खतरे की निशान से ऊपर बह रही हैं। वहां के लोग दूसरे से कोई संपर्क भी नहीं कर पा रहे हैं।
गंगा के द्वारा की जा रही इस तबाही में सरकारी इंतजाम फेल होते नजर आ रहे हैं। रिलीफ कैम्पों का हाल ठीक नहीं इलाहाबाद के लोगों की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं।
गंगा और यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ ही रहा है। बाढ़ की तबाही के चलते बाढ़ वाले जिलों में हाई एलर्ट जारी किया गया है।
-इलाहबाद (फाफामऊ में) - 86.010 मीटर गंगा नदी
-इलाहबाद (नैनी में) - 85.340 मीटर यमुना नदी
- इलाहबाद (छतनाग में) - 85.900 मीटर गंगा नदी
- फाफामऊ में 24 घंटे में 55 cm गंगा के जल स्तर में तेजी दर्ज
- नैनी इलाहबाद में 24 घंटे में 60 cm यमुना के जल स्तर में तेजी दर्ज
- छतनाग इलाहबाद में 24 घंटे में 54 cm गंगा के जल स्तर में तेजी दर्ज