UP में बाढ़ का कहर: खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं नदियां, लोगों की ऐसे हो रही मदद

प्रदेश में बाढ़ की स्थित को भयावह होने से बचाने के लिए राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। फिलहाल सभी तटबंध सुरक्षित है।

Update: 2020-07-31 17:06 GMT

श्रीधर अग्निहोत्री

लखनऊ: प्रदेश में बाढ़ की स्थित को भयावह होने से बचाने के लिए राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। फिलहाल में सभी तटबंध सुरक्षित है। प्रदेश में बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है।

ये भी पढ़ें: स्पेशल: केवल रक्षाबंधन पर ही खुलता है ये मंदिर, मां लक्ष्मी ने की थी राखी की शुरुआत

उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने आज यहां बताया कि प्रदेश के प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 16 टीमें तैनाती की गयी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके हैं।

प्रदेश के 12 जनपदों के 293 गांवों बाढ़ से प्रभावित

संजय गोयल ने आज यहां बताया कि बाढ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 94 बाढ़ शरणालय तथा 636 बाढ़ चैकी स्थापित की गयी है। वर्तमान में प्रदेश के 12 जनपदों के 293 गांवों बाढ़ से प्रभावित हैं। उन्होंने बताया कि शारदा नदी, पलिया कला लखीमपुरखीरी, सरयू नदी, तुर्तीपार बलिया राप्ती नदी बर्डघाट गोरखपुर व राप्ती बैराज श्रावस्ती में अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। प्रभावित गांवों के पशुओं के लिये चारे हेतु 5 किलो भूसा प्रतिदिन प्रति पशु इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है।

ये भी पढ़ें: यूपी में भरभरा कर गिरी इमारत, खतरे में लोगों की जान, रेस्क्यू जारी

आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना

उन्होंने बताया कि प्रदेश में 14 पशु शिविर स्थापित किये गये है तथा 3,65,881 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया है। उन्होंने बताया कि आपदा से निपटने के लिए जनपद एवं राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि किसी को भी बाढ़ या अन्य आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होती है तो वह जनपदीय आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन नं0-1070 पर फोन कर सम्पर्क कर सकता है।

गोयल ने बताया कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। इस किट में 17 प्रकार की सामग्री जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, 5 किलो लाई, 2 किलो भूना चना, 2 किलो अरहर की दाल, 500 ग्रा0 नमक, 250 ग्रा0 हल्दी, 250 ग्रा0 मिर्च, 250 ग्रा0 धनिया, 05 ली0 केरोसिन, 01 पैकेट मोमबत्ती, 1 पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, 01 ली0 रिफाइन्ड तेल, 100 टेबलेट क्लोरीन एवं 2 नहाने के साबुन वितरित किये जा रहे है।

उन्होंने बताया कि अब तक राहत सामग्री के अन्तर्गत 4,646 खाद्यान्न किट, 1125 फूड पैकेट व 24,106 मी0 तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 151 मेडिकल टीम लगायी गयी है।

ये भी पढ़ें: बहुत महंगा बकरा: 160 किलो वजन का ये जानवर, कार से भी ज्यादा इसकी कीमत

Tags:    

Similar News