विवादों से पूर्व IAS दीपक सिंघल का पुराना नाता, कई बार आए चर्चा में...
प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव दीपक सिंघल पर धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज होने के बाद एक बार वह फिर चर्चा में हैं। पूर्व आईएएस दीपक सिंघल का विवादों से गहरा नाता रहा है।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव दीपक सिंघल पर धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज होने के बाद एक बार वह फिर चर्चा में हैं। पूर्व आईएएस दीपक सिंघल का विवादों से गहरा नाता रहा है। पिछली समाजवादी पार्टी सरकार में प्रमुख सचिव सिंचाई से लेकर मुख्य सचिव बनने तक उनका नाम कई बार भ्रष्ट्राचार के मामलों में सामने आया। प्रदेश के मुख्य सचिव रहते भी उनकी चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में होती रहीं।
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13 दिनों के बाद ही उन्हे प्रमुख सचिव गृह पद से हटना पड़ा था
अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में दीपक सिंघल जब प्रमुख सचिव सिंचाई के पद पर कार्यरत थें तो उनकी तत्कालीन लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव से नजदीकियां किसी से छिपी नहीं थी। इसी सरकार में उन्हे प्रमुख सचिव गृह भी बनाया गया लेकिन मात्र 13 दिनों के बाद ही उन्हे इस पद से हटना पड़ा था। प्रमुख सचिव ऊर्जा के पद पर रहते अपने रिश्तेदार की ब्लैक लिस्टेड कम्पनी को ही बहाल करने का मामला भी खूब चर्चित हो चुका है। इसके बाद जब वह प्रदेश के मुख्य सचिव बने तो अपनी विवादित कार्यशैली के कारण उन्हे मात्र दो महीने में ही इस पद से हटना पड़ा था।
पिछली सरकार के दौरान गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में तत्कालीन प्रमुख सचिव सिंचाई रहे दीपक सिंघल का नाम मुख्य रूप से सामने आ चुका है। चीनी मिल घोटालें में उनका नाम भी आया था। इसकी जांच भी शुरू हुई थी। पर उंची पहुंच के चलते यह जांच ठंडे बस्ते में चली गयी।
एक समय टाप टेन भ्रष्ट्र आईएएस अफसरों की सूची में शामिल किए गए थें
पिछले साल प्रशासनिक सेवा से रिटायर हुए दीपक सिघल एक समय टाप टेन भ्रष्ट्र आईएएस अफसरों की सूची में शामिल किए गए थें। समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान उनकी अमर सिंह से नजदीकियां और उनके साथ एसईजेड के टेंडर डॉक्यूमेंट और उसकी पॉलिसी और लैंड अलोटमेंट में मनमाफिक बदलाव करने तथा किसी गैस वाले मामले में कथित डील का आरोप दीपक सिंघल के मत्थे आया था।
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दीपक सिंघल मूलरूप से सहारनपुर के रहने वाले हैं
रिटायर होने के बाद नोएडा में रह रहे दीपक सिंघल के साथ इसी साल मार्च में एक ठगी हो चुकी है। जिसमें किसी साइबर अपराधी ने उनके एकाउन्ट से 59796 रुपए ठग लिए थें। अब एक बार फिर पूर्व नौकरशाह दीपक सिंघल और उनके दामाद दीपक अग्रवाल पर टेडर दिलवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने पर आर्थिक अपराध शाखा ने उन पर केस दर्ज किया है। दीपक सिघल पर आरोप है कि उन्होने अपने दामाद को टेंडर दिलवाने के नाम पर धोखाधड़ी कर ढ़ाई करोड़ रुपए ले लिए। दीपक सिंघल मूलरूप से सहारनपुर के रहने वाले हैं. वह 1982 बैच के आईएएस अफसर रह चुके हैं।
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