चुनावी समर में बढ़ी गांधी आश्रम की रौनक, युवाओं में दिख रहा खादी कपड़ों का क्रेज
चुनावी समर में गांधी आश्रम की रौनक और ज़्यादा बढ़ गई है। जनपद के सभी आश्रम के स्टोर पर रेशमी और खादी कपड़ों की खूब डिमांड आ रही है।
गोरखपुर: चुनावी समर में गांधी आश्रम की रौनक और ज़्यादा बढ़ गई है। जनपद के सभी आश्रम के स्टोर पर रेशमी और खादी कपड़ों की खूब डिमांड आ रही है। खरीददारों में ख़ास तौर पर युवा वर्ग के रेडीमेड कपड़ों को तरजीह दे रहे हैं। बंगाल की बनी मसलिन खादी अलग अलग रंगों में उपलब्ध होने के चलते काफी पसंद की जा रही है।
औसत रूप में हो रही 25 से 30 थान की बिक्री
गांधी आश्रम गोलघर में ही रेडीमेड रेशमी सूती कुर्तों की डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सूती कपड़ों में कुर्ता-पैजामा के कपड़ों की काफी मांग है जिनकी 200 से लेकर 500 प्रति मीटर में उपलब्ध है। पैंट के लिए 6 तारी 8 तारी में खास मुकाम बना लिया है। युवा नेताओं में खासकर रेशमी कपड़ों की विशेष डिमांड है। शर्ट के लिए मटका कटिया गरद सभी पश्चिम बंगाल की जबरदस्त बिक्री हो रही है।
मूंगा थान 2100रू. प्रति मीटर
अंडी थान 1600रू. प्रति मीटर
सूती कुर्ता 500 से 13000रू. प्रति मीटर
रेशमी कुर्ते 600 रुपए से 2100 रुपए प्रति मीटर
सदरी 600 से1300रू. प्रति पीस
धोती मसलिन फाइन 800 से 1500 रुपए
गांधी टोपी 30रू. प्रति पीस
रंगीन मटका 500रू. से 1200 रुपए
गाँधी आश्रम के मंत्री विशेश्वर नाथ तिवारी ने बताया कि मसलिन के डिमांड का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई ऐसे ग्राहक हैं जो पूरी थान खरीद ले रहे हैं। चुनाव के कारण भी रेशमी कपड़ों की मांग में बढ़ोतरी हुई है। कुछ ऐसे कपड़े भी हैं जो शार्ट पढ़ रहे हैं। संस्था की ओर से गांधी आश्रम के सभी उत्पादों पर 30 फ़ीसदी की छूट दी जा रही है उन्होंने बताया यह छूट 31 मार्च तक रहेगी।