बिजनौर: जिले में एक गैंगरेप पीड़िता को इंसाफ पाने के लिए पुलिस अफसरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। क्योंकि जिन पर बलात्कार का आरोप है, वो रसूखदार लोग हैं। उनके रसूख के आगे पुलिस ने घुटने टेक दिए हैं। इतना ही नही गैंगरेप का मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही। पीड़िता पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है, ऐसा न करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
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मिली जानकारी के मुताबिक जिले के नगीना थाने इलाके की रहने वाली एक महिला को उसी का पति गुलजार अपने साथ बीती 2 तारीख को एक पार्टी में ले गया था। इस पार्टी में गुलजार ने पत्नी को अपने रसूखदार दोस्तों के हवाले कर दिया। इन 6 वहशी दरिंदों ने उसके साथ बलात्कार किया। पीड़ित महिला ने अपने पति गुलजार सहित 6 अन्य के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा स्योहारा थाने में दर्ज कराया है।
मुकदमे में पहला आरोपी दी अरबन कोआपरेटिव बैंक का सचिव शंकरलाल है दूसरा उद्योगपति मोहम्मद तालिब और तीसरा ज्ञानेश्वर है जोकि बीजेपी का स्थानीय नेता है।
आरोप है, कि मामला रसूखदारों से जुड़ा होने के चलते पुलिस इनकी गिरफ्तारी से बच रही है। पीड़ित महिला को आरोपी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं इसके बाद पीड़ित महिला आज एसपी देहात से मिली और उनसे आरोपियों की गिरफ्तारी और अपनी जान की सलामती की गुहार लगाई।
एसपी देहात दिनेश सिंह का कहना है कि जांच चल रही है उसके बाद आरोपियों को कड़ी सजा मिलेगी।
महिला सुरक्षा के नाम पर सत्ता पाने वाली बीजेपी के शासन में ऐसा हो रहा है, कि एक पीड़ित महिला को इंसाफ पाने के लिए थाने और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। लेकिन आरोपियों को पुलिस हाथ भी नहीं लगा पा रही।