गौशाला में हाल-बेहाल, ठंड में भूख से मरे दो गोवंश, ग्रामीणों ने किया हंगामा

देर शाम मजिस्ट्रेट संतोष कुमार सिंह और पटवारी कंवरपाल मौके पर पहुंचे। फिलहाल अधिकारियों ने जल्द ही इसकी समस्या दूर करने का आश्वासन दिया है।

Update: 2019-01-31 08:39 GMT

मेरठ: प्रदेश में गोवंश का हाल-बेहाल होता जा रहा है। प्रदेश सरकार द्रारा गोवंश संरक्षण के लिए बनाए गया कानून कारगर साबित नहीं हो रहा है। गोवंश भूख और ठंड से मर रहे हैं। यही हाल मेरठ के एक गांव में देखने को मिला। ठंड के चलते दो गोवंश की मौत हो गई।

दरअसल मेरठ के मवाना रोड स्थित बहचौला गांव स्थित प्राइमरी स्कूल के सामने 26 जनवरी को ग्राम पंचायत की जमीन पर अस्थायी निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल बनाया गया है। जिसमें शहर में घूम रहे गोवंश को पकडकर छोडा जा रहा है।

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गोशाला में अधिकारियों की ओर से टीनशेड, चारे और पानी की व्यवस्था नहीं की गई है। यहां कई गोवंश मरने की कगार पर है। अव्यवस्था के चलते यहां कई गोवंश की मौत हो गई है। इसके बाद भी यहां एक कैंटर में कुनकुरा गांव के प्रधान बिजेंद्र गोवंश को लेकर पहुंचे, इस बात को ग्रामीणों को पता चला तो वह भड़क गए।

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मामला बढता देख इंचौली एसओ मनोज कुमार शर्मा मय पुलिस के साथ पहुंचे और मामले को किसी तरह से शांत कराया गया। गौरक्षा सेवा समिति के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री अंकुर चौहान यहां गोवंश को रखने की कोई व्यवस्था नही की गई है। कई गोवंश ठंड के चलते बीमार हैं जिसमें दो की मौत भी हो गई है। ग्रामीणों के कड़े विरोध के बाद ग्रामीणों कुनकुरा प्रधान कैंटर को लेकर वापस चले गए।

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देर शाम मजिस्ट्रेट संतोष कुमार सिंह और पटवारी कंवरपाल मौके पर पहुंचे। फिलहाल अधिकारियों ने जल्द ही इसकी समस्या दूर करने का आश्वासन दिया है।

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