Gayatri Prajapati News: गायत्री प्रजापति को उम्रकैद, चित्रकूट गैंगरेप केस में आया सबसे बड़ा फैसला
Gayatri Prajapati News: 10 नवंबर 2021 को पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति, अशोक तिवारी एवं आशीष कुमार को दोषी करार दिया।
Gayatri Prajapati News: गायत्री प्रजापति (Gayatri Prasad Prajapati) को उम्रकैद। चित्रकूट गैंगरेप केस में आया फैसला। एमपी एमएलए कोर्ट ने सुनाई सजा। दो लाख का जुर्माना भी। अदालत ने कल गायत्री प्रजापति को ठहराया था दोषी (Court Convicts Former UP Minister Gayatri Prajapati)।
मामले के मुताबिक पीड़िता चित्रकूट (Chitrakoot Gang Rape Case) के राम घाट पर 2013 में गंगा आरती के दौरान गायत्री प्रजापति (gayatri prajapati umrkaid) से मिली थी। 2014 में उसके साथ पहली बार गायत्री प्रजापति ने बलात्कार किया, इसके बाद ये सिलसिला बन गया और 2016 तक वह लगातार पीड़िता का अन्य लोगों के साथ मिलकर शारीरिक शोषण करते रहे। 16 फरवरी 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस और सरकार को पीड़िता की एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। इस पर कार्रवाई हुई और 18 जुलाई 2017 को यूपी पुलिस ने गायत्री प्रसाद प्रजापति, विकास वर्मा, आशीष शुक्ला और अशोक तिवारी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया। बाद में अमरेन्द्र सिंह उर्फ पिंटू, चंद्रपाल और रूपेश्वर उर्फ रूपेश के नाम भी जोड़े गए।
10 नवंबर 2021 को पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति (gayatri prajapati breaking news), अशोक तिवारी एवं आशीष कुमार को दोषी करार दिया। वहीं अमरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सिंह, विकास वर्मा चंद्रपाल और रुपेशवर उर्फ रूपेश को साक्ष्यों के अभाव में दोषमुक्त कर दिया। आज 12 नवंबर को कोर्ट ने गायत्री को उम्र कैद की सजा सुना दी।
आपको बता दें कि रेप का मामला दर्ज करने के बाद जब पुलिस ने आरोपी गायत्री प्रजापति की तलाश शुरू की तो वह फरार हो गए। करीब एक महीने तक फरार रहने के बाद 15 मार्च 2017 को उन्हें लखनऊ में गिरफ्तार किया गया। लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी ने इनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की।
श्री प्रजापति के रसूख के चलते पहले पुलिस उन पर कार्रवाई करने से कतरा रही थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उसे मामला दर्ज करना पड़ा था। 17 फरवरी को यह प्राथमिकी दर्ज हुई थी जिसमें उनके और छह अन्य लोगों के खिलाफ एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार और उसकी नाबालिग बेटी से बलात्कार के प्रयास के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। 2017 के विधानसभा चुनावों में, प्रजापति अमेठी में भाजपा से हार गए थे।