घोसी उप चुनाव: अखिलेश यादव के हस्ताक्षर न होने से सपा उम्मीदवार का पर्चा खारिज
जनपद मऊ के घोसी विधानसभा सीट पर 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव में मंगलवार को तब नया मोड़ आ गया जब सपा उम्मीदवार पूर्व विधायक सुधाकर सिंह का नामांकन पत्र खारिज हो गया।
लखनऊ: जनपद मऊ के घोसी विधानसभा सीट पर 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव में मंगलवार को तब नया मोड़ आ गया जब सपा उम्मीदवार पूर्व विधायक सुधाकर सिंह का नामांकन पत्र खारिज हो गया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के जारी सिंबल पत्र में अपेक्षित स्थान पर उनके हस्ताक्षर ना होने की वजह से नामांकन खारिज हुआ है।
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उपचुनाव के निर्वाचन अधिकारी विजय मिश्र ने बताया कि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ने अपने नामांकन पत्र के साथ सिंबल पेपर संलग्न किया था लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का हस्ताक्षर अपेक्षित स्थानों पर नहीं था। इसकी सूचना उक्त उम्मीदवार को कल ही दे दी गई थी। मंगलवार को नामांकन पत्र की जांच के दौरान उक्त त्रुटि के आधार पर सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। हालांकि सुधाकर सिंह अभी भी चुनावी मैदान में बने हुए हैं क्योंकि उन्होंने सपा उम्मीदवार के साथ ही एक अलग नामांकन पत्र निर्दल उम्मीदवार के रूप में भी दाखिल किया था। सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह घोसी विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं।
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सुधाकर सिंह ने घोसी विधासभा सीट पर 1996 के चुनाव में जीत दर्ज करायी थी और 2001 तक विधायक रहे। इसके बाद उन्हें फिर 2012 के विधानसभा चुनाव में जीत मिली जिसके बाद वह 2017 तक विधायक रहे। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार फागू चौहान से हार गए लेकिन फागू चौहान को जब बिहार का राज्यपाल बना दिया गया तो एक बार फिर सुधाकर सिंह पर समाजवादी पार्टी ने भरोसा जताते हुए अपना उम्मीदवार बना कर चुनावी मैदान में उतार दिया था।