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बुलंदशहर: एक प्रेमी अपनी प्रेमिका की लाश लिए शहर में घंटों भटकता रहा। उसके साथ ही उस एंबुलेंस का ड्राइवर भी एक सड़क से दूसरी सड़क पर चक्कर मारता रहा। आखिर तंग आकर जब ड्राइवर ने एंबुलेंस एक सड़क के किनारे खड़ी कर दी, तो प्यार में मौत का राज खुला।
प्यार में दी जान
-प्यार पर पहरे से मायूस प्रेमिका ने जहर खाकर जान दे दी, और बेकसूर प्रेमी को पुलिस पकड़ कर ले गई।
-घटना बुलंदशहर के गुलावठी की है, जहां बीए की छात्रा वंदना और उसके पड़ोसी मोनू एक दूसरे से प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे।
-लेकिन दोनों के जाटव समुदाय से होने के बावजूद उनके परिवार वाले दोनों की शादी का विरोध कर रहे थे।
जुदाई मंजूर नहीं थी
-वंदना बसंतीदेवी महाविद्यालय में बीए की छात्रा थी और मार्क्सशीट लेने के बहाने कालेज पहुंच कर मोनू से मिली थी।
-मोनू से मिलने के बाद अलग होने के गम में वंदना ने जहर खा लिया।
-मोनू उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले गया, लेकिन वहां इलाज नही मिला।
-इसके बाद मोनू वंदना को एक निजी हास्पिटल में ले गया, लेकिन डाक्टरों ने जबाब दे दिया और कुछ ही देर में वंदना मर गयी।
शव लिए शहर में फिरता रहा प्रेमी
-मोनू ने एम्बुलेंस में वंदना का शव रखा और असमंजस में शव लेकर पूरे शहर में एम्बुलेंस से चक्कर काटता रहा।
-दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक भटकने के बाद ड्राइवर ने एक पेट्रोल पंप के पास एंबुलेंस खड़ी कर दी और आगे बढ़ने से इनकार कर दिया।
-ड्राइवर ने एंबुलेंस मालिक को फोन करके माजरा बताया जिसके बाद पहुंची पुलिस ने मोनू को हिरासत में ले लिया।
-पुलिस ने वंदना का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आगे देखिए इस दुखद हादसे से जुड़ी कुछ और तस्वीरें...
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