Gonda News : 'नो हेलमेट, नो पेट्रोल', यातायात सुरक्षा के प्रति एक सकारात्मक पहल
Gonda News: सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और हेलमेट के उपयोग को अनिवार्य बनाने के लिए प्रशासन द्वारा शुरू किया गया "नो हेलमेट, नो पेट्रोल" अभियान काफी सराहनीय है।;
Gonda News: मंडल में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े चिंताजनक होते जा रहे हैं। इन दुर्घटनाओं के आंकड़ों में से एक बड़ी संख्या दोपहिया वाहन चालकों की होती है, जो हेलमेट न पहनने के कारण गंभीर चोटों या फिर मौत का शिकार हो जाते हैं। हेलमेट जीवन रक्षक उपकरण के रूप में काम करता है, जो दुर्घटना के दौरान सिर को गंभीर चोटों से बचाता है। बिना हेलमेट लगाकर दो पहिया वाहन चलाने वालों की संख्या बहुत अधिक है। हेलमेट लगाए और अपने जिंदगी को बचाए, इसी को पालन कराने के लिए देवीपाटन मंडल के कमिश्नर शशि भूषण लाल ने मंडल के सभी जिलों में आदेश दिया है कि हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं। इस आदेश के तहत अब बिना हेलमेट पहने दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल पंप पर पेट्रोल देने से रोक लगा दी गई है। यह पहल सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और हेलमेट के उपयोग को जरूरी बनाने के लिए की गई है।
शहर के भीतर कमिश्नर के इस आदेश का असर अब दिखने भी लगा है। अधिकतर पेट्रोल पंप पर अब बिना हेलमेट पहने वाहन चालकों को पेट्रोल देने से मना कर रहे हैं। इसका परिणाम यह हुआ है कि लोग अब अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए हेलमेट पहन रहे हैं। लेकिन शहर से बाहर और ग्रामीण इलाकों में अभी भी इस आदेश का पूरी तरह से पालन नहीं हो रहा है। कई पेट्रोल पंप अब भी आदेश को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं और बिना हेलमेट पेट्रोल दे रहे हैं। यह गैर - जिम्मेदाराना रवैया प्रशासन के प्रयासों को कमजोर कर रहा है।
सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और हेलमेट के उपयोग को अनिवार्य बनाने के लिए प्रशासन द्वारा शुरू किया गया "नो हेलमेट, नो पेट्रोल" अभियान काफी सराहनीय है। इस पहल ने यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाई है और शहर में इसका असर भी देखा जा रहा है। हालांकि इस अभियान के दौरान पेट्रोल पंप मालिकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिन पर प्रशासन का ध्यान देना आवश्यक है।
पेट्रोल पंप मालिकों का कहना है कि इस नियम का पालन करना एक अच्छा कदम है, लेकिन कई बार ऐसे ग्राहक आते हैं जो बिना हेलमेट के पेट्रोल देने से मना करने पर बहस, गाली-गलौज, और दबंगई करने लगते हैं। यह स्थिति पेट्रोल पंप कर्मचारियों के लिए असुरक्षित माहौल पैदा करती है। पेट्रोल पंप मालिकों का मानना है कि यदि प्रशासन नियमों का सख्ती से पालन करवाना चाहता है, तो पेट्रोल पंपों पर पुलिस या होमगार्ड जैसे सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाए, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।