Gorakhpur News: डीडीयू में स्थापित होगा इंटरनेशनल एग्रीकल्चर रिसर्च सेंटर
DDU News: इस केंद्र की स्थापना से पूर्वांचल में गेहूं मक्का एवं धान की उपज बीजों किस्मों का विकास होगा तथा विद्यार्थी एवं फैकेल्टी को शोध क्षेत्र में व्यापक अनुभव होगा।
DDU News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कृषि एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान में कन्सोरिटियम ऑफ इंटरनेशनल एग्रीकल्चर रिसर्च सेंटर (GCIAR) की स्थापना के लिए कुलपति प्रो.राजेश सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ संजय सिंह, इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट के डॉक्टर विकास सिंह, रीजनल मक्का ब्रीड कोऑर्डिनेटर डॉ. बीएस विवेक एवं प्रधान वैज्ञानिक आई सीआरआईएसएटी हैदराबाद के प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर पीएस जैदी ने प्रतिभाग किया। सभी ने पूर्वांचल में इस महत्वपूर्ण वैज्ञानिक हब के स्थापना की बात कही।
बैठक में कृषि संस्थान गोरखपुर विश्वविद्यालय के GCIAR की स्थापना संबंधित विषय पर वार्ता हुई तथा अधिकारियों एवं वैज्ञानिक द्वारा डीडीयू के कृषि संस्थान में इस केंद्र की स्थापना पर सहमति व्यक्त की गई। कुलपति ने वैज्ञानिकों को केंद्र स्थापना के लिए विश्वविद्यालय की तरफ से हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
इस केंद्र की स्थापना से पूर्वांचल में गेहूं मक्का एवं धान की उपज बीजों किस्मों का विकास होगा तथा विद्यार्थी एवं फैकेल्टी को शोध क्षेत्र में व्यापक अनुभव होगा। जिसका उपयोग उच्च शोध के रूप में कर पूर्वांचल के साथ ही पूरे देश में गेहूं, मक्का एवं धान की प्रगतिशील किस्मों का विकास कर किसानों के आय को दोगुना करने में सहयोग मिलेगा। इस बैठक में डॉ. जीपी राव, प्रो.अजय सिंह, एसके सिंह सहित कृषि, बायोटेक्नोलॉजी, विभाग के शिक्षक उपस्थित रहे।
निदेशक कृषि संस्थान द्वारा विशिष्ट अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया गया। बैठक के बाद देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों की बायोटेक्नोलॉजी विभाग एवं कृषि संस्थान का भ्रमण भी कराया गया।
सामाजिक नैतिकता व संवैधानिक नैतिकता में सामंजस्य जरूरी- प्रो अजय शुक्ला
डीडीयू के बी.ए.एल-एल.बी. विभाग द्वारा आगामी संविधान दिवस के अवसर पर बुधवार को भाषण एवं वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन अपरान्ह एक बजे से महाराणा प्रताप परिसर स्थित बीए एलएलबी विभाग के कॉन्फ्रेंस हाल में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर वाद विवाद प्रतियोगिता में बतौर अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए समन्वयक प्रो.अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि वर्तमान समाज मे सामाजिक नैतिकता और संवैधानिक नैतिकता की आवश्यकता परिलक्षित होती हैं।
जहाँ आज समाज मे सामाजिक आदर्श की आवश्यकता है वही इन आदर्शो को प्राप्त सिर्फ हम संवैधानिक नैतिकता या संविधान के आदर्शों के माध्यम से ही प्राप्त कर सकते हैं। दोनो एक दूसरे के पूरक हैं।
समाज के आदर्श तथा संविधान के मानदंड दोनो में उचित सामंजस्य की आवश्यक्ता हैं। बीए एलएलबी प्रोग्राम के समन्वयक प्रो. अजय शुक्ला ने बताया कि कुलपति प्रो. राजेश सिंह के दिशानिर्देश के अनुरूप बीए एलएलबी पंचवर्षीय प्रोग्राम में लगातार को-करिकुलर एक्टिविटीज़ को बढ़ावा दिया जा रहा है यही नयी शिक्षा नीति का भी उद्देश्य है।
बीए एलएलबी के सेमेस्टर 5, सेमेस्टर 7 और सेमेस्टर 9 के विद्यार्थियों के लिए वाद विवाद प्रतियोगिता का विषय सामाजिक नैतिकता और संवैधानिक नैतिकता था जिसके निर्णायक के रूप में डॉ.शैलेश कुमार सिंह, डॉ.शिवपूजन सिंह, डॉ.राजेश मणि त्रिपाठी रहे।
इस अवसर पर भारत लोकतंत्र की जननी विषय पर भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। यह प्रतियोगिता सेमेस्टर 1 और सेमेस्टर 3 के विद्यार्थियों के लिए थी । इस प्रतियोगिता में विभाग के डॉ. आशीष शुक्ला एवं डॉ सत्येंद्र श्रीवास्तव ने निर्णायक की भूमिका अदा की।
छात्रों में दिखा उत्साह
प्रो.अजय कुमार शुक्ला ने बताया प्रतियोगिताओं के विषय वस्तु को लेकर विद्यार्थियों में खासा उत्साह दिखा। वाद विवाद प्रतियोगिता में 27 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया एवं भाषण प्रतियोगिता में 22 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
विद्यार्थियों ने संभाली कमान
प्रो.अजय शुक्ला ने बताया की व्यक्तित्व विकास के लिए विद्यार्थियों को मंच तक लाना बहुत आवश्यक होता है इसीलिए दोनों कार्यक्रम में संचालन की जिम्मेदारी विद्यार्थियों को ही दी गई थी। वाद विवाद प्रतियोगिता का संचालन बारी बारी से मीनाक्षी, रितिका आदर्श अक्षय एवं अंकित ने किया तथा अंचल, अमेय व विकास ने भाषण प्रतियोगिता का संचालन किया।
उक्त दोनों प्रतियोगिताओं में डे इंचार्ज के रूप में श्री आशीष नाथ तिवारी ने जिम्मेदारी का निर्वहन किया एवं कार्यक्रम के प्रभारी के रूप में मंतशा अजीज, डॉक्टर सर्वेश शुक्ला, डॉक्टर गिरीश सिंह, संदीप सिंह, डॉ.अमित श्रीवास्तव ने कार्य का संपादन बखूबी किया।