गोरखपुर आएंगे स्पेन के विशेषज्ञ, होने जा रहा बड़ा मंथन, तैयारियां तेज
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर में मुलाकात कर विश्वविद्यालय द्वारा 20-22 मार्च को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय मेगा सेमिनार ‘नाथपंथ का वैश्विक प्रदेय’ की तैयारियों के बारे में विस्तृत चर्चा की।
गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर में मुलाकात कर विश्वविद्यालय द्वारा 20-22 मार्च को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय मेगा सेमिनार ‘नाथपंथ का वैश्विक प्रदेय’ की तैयारियों के बारे में विस्तृत चर्चा की। नाथपंथ पर आयोजित होने वाले अबतक के सबसे वृहद अकादमिक संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में 20 मार्च को मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी शामिल हो सकते हैं। इसमें देश-दुनिया के 25 से अधिक विशेषज्ञ ऑनलाइन या ऑफलाइन जुड़ेंगे।
राज्यों में नाथ पंथ का साहित्य भी उपलब्ध
आधे घंटे से ज्यादा चली इस महत्वपूर्ण बैठक में माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि नाथपंथ पर विश्व भर में उपलब्ध साहित्य को एकत्रित कर उनके अनुवाद करने की आवश्यकता है। नेपाल, बंगाल, त्रिपुरा, ओडिशा, कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में भारी संख्या में नाथ पंथ के अनुयायी है और इन राज्यों में नाथ पंथ का साहित्य भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि विश्व भर में नाथपंथ के अनुयायी और विद्वान हैं और उन सब अनुयायियों और विद्वानों को इस संगोष्ठी में जोड़ने की आवश्यकता है।
नाथ पंथ अनुयायियों के लिए एक प्लेटफार्म
कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय यह सुनिश्चित करेगा कि नाथपंथ पर आयोजित यह अंतरराष्ट्रीय सेमिनार विश्व भर के नाथ पंथ अनुयायियों के लिए एक प्लेटफार्म बनेगा। देश-विदेश में अनेक भाषाओं में उपलब्ध नाथपंथ के साहित्य को इकट्ठा कर उनके अनुवाद के लिये भी यह अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी एक मंच बनेगा। अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में नाथ पंथ के प्रत्येक उपविषय पर पांच तकनीकी सत्रों का आयोजन होगा। आयोजन समिति की ओर से सेमिनार के लिए जिन उपविषयों का चयन किया गया है। सेमिनार में भारतीय योग परंपरा एवं नाथ पंथ, दर्शन साधना, साहित्य और नाथपंथ, राष्ट्र चिंतन, राष्ट्र निर्माण एवं नाथपंथ, नाथ पंथः सामाजिक, सांस्कृतिक एवं वैज्ञानिक आयाम, नाथ पंथ के सांस्कृतिक स्थल एवं पर्यटन आदि विषयों पर चर्चा होगी।
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अमेरिका, स्पेन लेकर ब्राजील से जुड़ेंगे नाथ सम्प्रदाय के विशेषज्ञ
सेमिनार में स्पेन से भगवान नाथ, आस्ट्रिया से योगी हॉलमन नाथ, ब्राजील से योगिनी देवकीनाथ, अमेरिका के मिसिगन यूनिवर्सिटी से प्रो माधव देश पांडेय, मॉरिशस से डॉ विश्वानन्द पुटिया, मध्यप्रदेश के डॉ श्री हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ बलवंत जानी, इंडियन काउंसिल के चेयरमैन प्रो आरसी सिन्हा, अमेरिका से कपिलनाथ, दिल्ली यूनिवर्सिटी से प्रो. सुधीर सिंह, महाराष्ट्र से योगी विलासनाथ, रूस से योगी मत्स्येन्द्र, बांग्लादेश से डॉ कुशल बी चक्रवर्ती, हिन्दू बुध क्रिस्चियन ओकाया परिषद के अध्यक्ष प्रो नीम चंद्र भौमिक, जेएनयू से प्रो कपिल कपूर, रोहतक के बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के प्रो. राम सजन पांडेय, हिमांचल प्रदेश सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति प्रो हरमहेन्द्र सिंह बेदी समेत पुरी दुनिया में नाथ पंथ पर काम करने वाले शिक्षाविद ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में जुड़ेंगे।
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40 सत्र में ‘नाथपंथ के वैश्विक प्रदेय’ विषय पर होगा मंथन
कुल 35-40 तकनीकी सत्रों का आयोजन होगा। इसका खाका अंतरराष्ट्रीय सेमिनार को लेकर बनी समितियों की ओर से तैयार किया जा रहा है। सेमिनार में देश के साथ विदेशों में नाथ पंथ पर काम करने वाले शिक्षाविदों को सेमिनार में शामिल करने के लिए निमंत्रण भेजा जा चुका है।
रिपोर्ट-पूर्णिमा श्रीवास्तव