Gorakhpur News: कांग्रेसियों ने असम के मुख्यमंत्री का पुतला फूंका, बोले-राहुल गांधी से डरे हुए हैं हिमंत बिस्वा सरमा
Gorakhpur News: गोलघर में पुतला फूंके जाने के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस भी मौजूद रही लेकिन वह कार्यकर्ताओं को रोकने में असफल रही। जिला कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा कि असम के भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मंदिर में जाने से रोका।
Gorakhpur News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान असम के जोराबाट में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड हटाने की कोशिश की। जिसके बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य की पुलिस को राहुल गांधी के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज करने के लिए कहा है। इसके बाद से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। मंगलवार को नाराज कांग्रेसी नेताओं ने गोलघर में असम के मुख्यमंत्री से लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंक कर अपने गुस्से का इजहार किया।
कार्यकर्ताओं ने फूंका पुतला
गोलघर में पुतला फूंके जाने के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस भी मौजूद रही लेकिन वह कार्यकर्ताओं को रोकने में असफल रही। जिला कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा कि असम के भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मंदिर में जाने से रोका। भाजपा के गुंडे कार्यकर्ताओं का बैनर और गाड़ी तोड़े। गृहमंत्री ने असम के मुख्यमंत्री को फोन करके विश्वविद्यालय के बच्चों से राहुल गांधी को मिलने से रोका। असम का मुख्यमंत्री काफी डरपोक है जो हमारे राहुल गांधी के हर न्याय यात्रा को असफल करना चाहते हैं। लेकिन हम राहुल गांधी के हम सिपाही हैं। ना झुके हैं ना डरेंगे। राहुल गांधी एक योद्धा हैं। जो गरीबों की नौजवानों और युवाओं किसानों को न्याय दिलाने के लिए भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं।
कांग्रेस नेता सैयद जमाल ने कहा कि राहुल गांधी युवाओं, गरीबों और वंचितों की आवाज बन रहे हैं। उनकी यात्रा में उमड़ रही भीड़ को देखकर भाजपा के नेता डरे हुए है। वे मुकदमा दर्ज कर राहुल गांधी को डराना चाहते हैं। लेकिन उन्हें नहीं मालूम है कि कांग्रेस के नेता अंग्रेजों से नहीं डरे तो मोदी सरकार के नुमाइंदों से कैसे डरेंगे। पुतला फूंकने वालों में वरिष्ठ कांग्रेसी गणेश शंकर सिंह, जिला अध्यक्ष यूथ कांग्रेस सूरज यादव, सच्चिदानंद तिवारी, राजकुमार यादव, निर्मला गुप्ता, शादाब अहमद आदि उपस्थित रहे।