Gorakhpur News: डिप्टी सीएम ने एक्स पर लिखा-भ्रष्टाचार में लिप्त है गोरखपुर का एसआईसी, बोले डॉक्टर-देंगे जवाब
Gorakhpur News:एसआईसी के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे हैं। उनके भ्रष्टाचार के शिकायतों और सबूत का पुलिंदा स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक तक पहुंच गया है।
Gorakhpur News: प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गोरखपुर जिला अस्पताल के कार्यवाहक प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (एसआईसी) डॉ. राजेंद्र ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश सोशल मीडिया पर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के एसआईसी के खिलाफ जांच और कार्रवाई के निर्देश प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को दिए हैं। बताया जा रहा है कि एसआईसी के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे हैं। उनके भ्रष्टाचार के शिकायतों और सबूत का पुलिंदा स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक तक पहुंच गया है।
स्वास्थ्य मंत्री के सोशल मीडिया एक्स पर किये गए पोस्ट के बाद महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। एसआईसी के साथ भ्रष्टाचार में वरिष्ठ चिकित्सकों के नाम सामने आ रहे हैं। जिला अस्पताल के एसआईसी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश को स्वास्थ्य मंत्री ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया है। पोस्ट में स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा है कि जिला चिकित्सालय गोरखपुर में तैनात रेडियोलॉजिस्ट व कार्यवाहक प्रमुख अधीक्षक के विरुद्ध लगातार भ्रष्टाचार किए जाने,, गलत तरीके से मेडिकोलीगल करने की कतिपय गंभीर शिकायतें प्राप्त हुई हैं। जिस पर मेरे द्वारा विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई संस्थित करने का निर्देश प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य को दिया गया है।
बताया जा रहा है कि एसआईसी के खिलाफ जांच के तमाम आदेश शासन स्तर पर ठंडे बस्ते में डाल दिए जा रहे थे। ऐसे में कुछ लोगों ने साक्ष्य और जांच रिपोर्ट का पुलिंदा उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक तक पहुंचा दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले को संजीदगी से लिया है। उन्होंने प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। जिला अस्पताल के कार्यवाहक एसआईसी डॉ.राजेन्द्र ठाकुर का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री क्यों नाराज हैं, इसकी जानकारी नहीं है। सोमवार की रात में सीएमओ ने फोन कर स्वास्थ्य मंत्री के पोस्ट की जानकारी दी। इस मामले में उचित फोरम पर जवाब दिया जाएगा।
चहेते फर्म ने खरीदे उपकरण, जांच रिपोर्ट में भी हेरफेर
एसआईसी डॉ. राजेंद्र ठाकुर पर आरोप है कि जिला अस्पताल में सीनियर डॉक्टरों की मदद से उन्होंने गंभीर भ्रष्टाचार किया है। करीब सवा दो करोड़ रुपए का टेंडर में अनियमितता के आरोप लगे हैं। चहेती फर्म से अनाप-शनाप रेट पर मरीज के इलाज के उपकरण खरीदे गए हैं। इसके अलावा एसआईसी पर रेडियोलाजिस्ट रहने के दौरान मेडिको लीगल केस में सीटी स्कैन जांच की रिपोर्ट में हेरफेर का भी आरोप लगा। एडी हेल्थ की जांच में भी पुष्टि हो गई है। एडी हेल्थ ने इसकी रिपोर्ट भी शासन को भेजी है।