Gorakhpur News: पशुओं के दाह संस्कार को नहीं होगी दिक्कत, बनकर तैयार हुआ गैस आधारित संयत्र
Gorakhpur News Today: गुलरिहा में नगर निगम के एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (एबीसीएस) एवं डॉग केयर का निर्माण कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस कर रही है। 1
Gorakhpur News: गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मौत के बाद पशुओं को इधर-उधर फेंकने से हो रही दिक्कतों को देखते हुए शहर के नौसढ़ इलाके में अत्याधुनिक दाह संस्कार संयत्र तैयार हो गया है। यहां हर घंटे 10 कुंतल वजन तक के पशुओं के शव का अंतिम संस्कार हो सकेगा। इसके साथ ही नगर निगम ने कुत्तों के नसबंदी की भी व्यवस्था कर दी है।
गोरखपुर-बस्ती मंडल का पहला एवं सूबे का सर्वाधिक क्षमता का पशु शवदाह गृह (क्रिमेटोरियम-हाइब्रिड एनिमल इंसीनरेटर) का एकला बांध के पास निर्माण कुछ दिनों में पूरा हो जाएगा। 1000 किलोग्राम हर घंटे दाह क्षमता के इस पशु शवदाह गृह के बन जाने से पशुओं के शव को जमीन में दफनाया नहीं जाएगा बल्कि बिजली एवं गैस आधारित (पीएनजी/एलपीजी) इंसीनरेटर में दाह होगा। गुलरिहा में नगर निगम के एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (एबीसीएस) और चरगांवा में गारबेज ट्रांसफर स्टेशन का लोकार्पण जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों हो सकता है। इसके साथ ही खोराबार में कल्याण मंडपम गृह और टाउन हॉल बिल्डिंग में संग्रहालय भी इसी महीने तैयार हो जाएगा। इसके लोकार्पण की तारीख भी जल्द तय हो सकती है।
चरगांवा में बने गारबेज ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस स्टेशन के शुरू हो जाने के बाद शहर के सभी वार्डों का कूड़ा घरों से एकत्रित कर कूड़ा पड़ाव घर पर न ले जाकर सीधे गारबेज स्टेशन पर ले जाया जाएगा। वर्तमान में लालडिग्गी पार्क क्षेत्र स्थित बसंतपुर के गारबेज ट्रांसफर स्टेशन में 30 वार्डों का कूड़ा एकत्र किया जाता है। बाद में ट्रामल प्लांट में कूड़े का निस्तारण किया जाता है। शहर के लोगों को मांगलिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कल्याण मंडपम का तोहफा मिल जाएगा। खोराबार में बन रहे शहर के पहले कल्याण मंडपम का निर्माण इसी माह में पूरा हो जाएगा। विद्युत सब स्टेशन के पास 4.25 करोड़ रुपये की लागत से कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज (सीएनडीएस) कल्याण मंडपम का निर्माण कर रहा है। मल्टीपरपज हॉल में 300 लोगों के बैठने की क्षमता है।
रोज होगी 41 कुत्तों की नसबंदी
गुलरिहा में नगर निगम के एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (एबीसीएस) एवं डॉग केयर का निर्माण कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस कर रही है। 1700 वर्ग मीटर में 1.85 करोड़ रुपये की लागत वाले सेंटर के संचालन के लिए निजी एजेंसी का चयन कर लिया गया है। यहां पर प्रतिदिन 41 श्वान की नसबंदी करने की क्षमता के साथ श्वान केयर सेंटर में 30 डॉग्स के देखभाल की क्षमता है। नगर निगम के पुराने भवन को संग्रहालय बनाने का कार्य भी अंतिम दौर में है। इसमें गोरखपुर से संबंधित प्राचीन वस्तुएं, अभिलेख, फोटो आदि प्रदर्शित किए जाएंगे। अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा का कहना है कि गारबेज ट्रांसफर स्टेशन का काम लगभग पूरा है। लखनऊ से आई टीम ने एबीसी सेंटर और पशु शवदाह गृह का निरीक्षण किया है। वह कार्य की प्रगति से संतुष्ट हैं। खोराबार में बन रहे पहले कल्याण मंडपम का निमार्ण कार्य इसी माह में पूरा हो जाएगा।