Gorakhpur: रंगीनमिजाजी में डिप्टी एसपी से सिपाही बने कृपाशंकर नहीं आए ज्वाइन करने, गोरखपुर में मिली नई तैनाती

Gorakhpur News: कृपाशंकर कन्नौजिया 26वीं वाहिनी में आरक्षी के पद पर तैनात हुए थे। विभागीय परीक्षा पास कर वह सिपाही से डिप्टी एसपी के पद तक पहुंच गए थे।;

Update:2024-06-24 07:32 IST
Deputy SP Kripashankar

कृपा शंकर कन्नौजिया  (photo: social media )

  • whatsapp icon

Gorakhpur News: प्रेमिका संग होटल में पकड़े गए डिप्टी एसपी कृपाशंकर कन्नौजिया अफसरों के आदेश के बाद भी नई ज्वाइनिंग को तैयार नहीं है। पिछले दो दिनों से गोरखपुर के 26वीं वाहिनी के अफसर कृपाशंकर को सिपाही के पद पर ज्वाइन कराने का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन कृपाशंकर का कोई लोकेशन नहीं मिल रहा है। उधर, देवरिया स्थित उनके पैतृक आवास पर भी कोई हलचल नहीं दिख रही है।

कृपाशंकर कन्नौजिया 26वीं वाहिनी में आरक्षी के पद पर तैनात हुए थे। विभागीय परीक्षा पास कर वह सिपाही से डिप्टी एसपी के पद तक पहुंच गए थे। लेकिन सीओ का रूतबा को वह कायम नहीं रख सके। आरक्षण का लाभ लेकर कृपाशंकर पहले दरोगा बने थे। फिर विभागीय परीक्षा से आरआई और फिर बन गए सीओ के पद पर पहुंच गए थे। लेकिन कृपाशंकर की आशिकमिजाजी ने उन्हें फिर से वहीं भेज दिया, जहां से उन्होंने नौकरी का सफर शुरू किया था।

देवरिया के पैतृक आवास पर भी हलचल नहीं

मूलरूप से देवरिया जिले के निवासी कृपाशंकर 2021 में उन्नाव जिले की बीघापुर सर्किल में डीएसपी पद पर तैनात थे। इस तैनाती के दौरान उन्हें पत्नी की शिकायत के बाद होटल में एक महिला के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया था। असल में कृपाशंकर उस समय वह घर जाने के लिए निकले थे लेकिन घर नहीं आए थे। उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ मिला। इसके बाद संदेह के आधार पर पत्नी ने ही उनकी शिकायत एसपी उन्नाव से कर दी थी।

कानपुर के एक होटल में महिला के साथ पकड़े गए थे डिप्टी एसपी

एसपी ने जांच कराई और सर्विलांस की मदद से कानपुर के एक होटल में वह महिला सिपाही के साथ पकड़ लिए गए। इसके बाद इस मामले की जांच कानपुर के आईपीएस अधिकारी को सौंपी गई थी। जांच में मामला सही पाए जाने पर डीजीपी को रिपोर्ट भेजी गई थी। विभागीय छवि के खिलाफ आचरण पाए जाने पर पुलिस महानिदेशक ने डिप्टी एसपी कन्नौजिया को निलंबित करने की संस्तुति की थी। शासन से निर्देश प्राप्त होते ही डिप्टी एसपी को निलंबित कर दिया गया था। वह गोरखपुर में 26वीं वाहिनी में संबद्ध थे। इसके बाद शासन ने उनके मूल पद आरक्षी पर पदावनत कर दिया। उन्हें 26वीं वाहिनी के एक दल में नियुक्त किया गया है।

Tags:    

Similar News