Gorakhpur News: दिन भर के अटकलों को लगा विराम, नहीं हो सकी संघ प्रमुख और योगी की मुलाकात, निकाले जा रहे सियासी निहीतार्थ

Gorakhpur News: संघ प्रमुख 17 जून तक गोरखपुर में है। कुछ लोग कयास लगा रहे हैं कि रविवार को संघ प्रमुख और योगी में मुलाकात हो सकती है।

Update: 2024-06-15 16:49 GMT

संघ प्रमुख मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ फाइल फोटो: Photo- Social Media

Gorakhpur News: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच मुलाकात को लेकर दिन भर की अटकलों के बीच देर रात विराम लग गया। जब गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर चिऊटहां स्थित एसवीएम पब्लिक स्कूल के बाहर मीडिया के जमावड़े को मना कर दिया गया कि यहां खड़े होने का फायदा नहीं है। आज मुलाकात संभव नहीं है। इसी स्कूल में संघ का कार्यकर्ता विकास वर्ग कार्यक्रम चल रहा है। जहां संघ प्रमुख मोहन भागवत पांच दिन का प्रवास कर रहे हैं।

शनिवार को सुबह 10 बजे योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंचे। एक के बाद एक कई कार्यक्रमों में उनकी सहभागिता रही। इसी बीच उनके संघ प्रमुख से मुलाकात को लेकर कयास लगते रहे। पहले लोगों के बीच सूचना फैली कि दिन में एक से चार बजे के बीच मुलाकात संभव है। शाम 4 बजे पब्लिक स्कूल के गेट के बाहर चूना वगैरह गिरा और पुलिस की आमद बढ़ी तो लगा कि शाम 6 बजे दोनों की मुलाकात पक्की हो गई है। लेकिन इसी समय योगी आदित्यनाथ ने कहा ओवरब्रिज और गोड़धोईया नाले के निरीक्षण को निकल गए। इसके बाद वह गोरखनाथ मंदिर पहुंच गए। जहां रात आठ बजे उन्होंने महानगर भाजपा और कार्यकर्ताओं के साथ सहभोज करने के साथ ही जीत हार के अंतर के कम होने की वजहों की समीक्षा की नसीहत दी। संघ प्रमुख 17 जून तक गोरखपुर में है। कुछ लोग कयास लगा रहे हैं कि रविवार को संघ प्रमुख और योगी में मुलाकात हो सकती है। हालांकि एक वर्ग यह कह रहा है कि मुलाकात को लेकर मीडिया हाइप को देखते हुए मुलाकात को दोनों तरफ से रद्द कर दिया गया है। ताकि मुलाकात को लेकर सियासी निहीतार्थ नहीं निकाला जाए।

संघ और भाजपा के रिश्तों को लेकर हो रही चर्चा

पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने बयान दिया कि ‘भाजपा अब पहले की तुलना में काफी मजबूत हो गई है। इसलिए उसे अब संघ के समर्थन की जरूरत नहीं है। इसके बाद संघ प्रमुख ने कहा कि एक ‘सेवक’ को ‘अहंकारी’ नहीं होना चाहिए। चुनाव युद्ध नहीं है। विपक्ष दुश्मन नहीं है। प्रतिपक्ष है।’ यह बयान साफ संकेत कर रहा है कि वर्तमान भाजपा और संघ के बीच रिश्ते सामान्य नहीं हैं। इन्हीं विवादों के बीच संघ प्रमुख मोहन भागवत गोरखपुर में हैं। उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात तय मानी जा रही है। ये मुलाकात भले ही औपचारिक बताई जा रही हो लेकिन भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की इस मुलाकात पर नजरें हैं।

गांव-गांव संघ की शाखा को लेकर करें प्रयास

कार्यक्रम में बौद्धिक संबोधन में संघ प्रमुख ने कहा कि संस्कृति को बचाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। समाज, राष्ट्र, हिन्दुत्व और संस्कृति की रक्षा के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए। सर्व-समावेशी परंपरा केवल भारत में मौजूद है। भारत के शाश्वत आध्यात्मिक मूल्यों और समय की कसौटी से गुजरे रीति-रिवाजों को बनाए रखने में समाज और परिवारों की अहम भूमिका है। संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि शताब्दी वर्ष तक संघ के व्यापक विस्तार के लक्ष्य के साथ स्वयंसेवक एक वर्ष के लिए शताब्दी विस्तारक बनकर क्षेत्र में निकलें। गांव-गांव में संघ की उपस्थिति सुनिश्चित करें। 

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