Gorakhpur: गीता प्रेस पहुंचीं निर्मला सीतारमण, भगवान के विभिन्न रूपों को देख हुईं भावुक
Gorakhpur: केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आयकर विभाग के नये भवन का लोकार्पण करने के बाद धार्मिक पुस्तकों के तीर्थ कहे जाने वाले गीता प्रेस भी पहुंची।
Gorakhpur News: केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आयकर विभाग के नये भवन का लोकार्पण करने के बाद धार्मिक पुस्तकों के तीर्थ कहे जाने वाले गीता प्रेस भी पहुंची। वहां लीला चित्र मंदिर में भगवान के विभिन्न रूपों को देखकर काफी भावुक दिखीं। इस दौरान एक चित्र को देखकर उन्होंने कहा कि इसे मैने बचपन में देखा था। जिसके बाद गीता प्रेस के ट्रस्टी लालमणि तिवारी ने उन्हें वह पुस्तक भेंट की जिसमें वह चित्र छपी थी। जिससे वित्त मंत्री काफी प्रसन्न दिखीं।
गीता प्रेस के ट्रस्टी लाल मणि द्वारा वित्त मंत्री को सारा संजीवनी नाम की पुस्तक भेंट की गई। इस दौरान केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी भी मौजूद रहे। बता दें कि गीता प्रेस के लीला चित्र मंदिर में बीके मित्रा, जगन्नाथ और भगवानदास द्वारा बनाए गए सैकड़ों चित्र सुरक्षित और संरक्षित हैं। लीला चित्र मंदिर की दीवारों पर श्रीमद्भागवत गीता के 18 अध्याय संगमरमर पर लिखे हुए हैं। साथ ही देवी-देवताओं के 700 से अधिक चित्र हैं। यहां श्रीमद्भागवत गीता के 18 अध्याय दीवारों पर लिखे गए हैं। साथ ही सैकड़ों की संख्या में देवी-देवताओं के चित्र एक ही छत के नीचे मौजूद हैं जो और कहीं नहीं हैं।
लीला चित्र मंदिर में पूर्व की तरफ भगवान श्री कृष्ण के चित्र हैं। पश्चिम की तरफ श्रीराम के लीला-चित्र हैं। दक्षिण की तरफ दशावतार तथा इससे जुड़े चित्र हैं, तो उत्तर की ओर नवदुर्गा समेत अनेक देवियों के चित्र हैं। इन चित्रों में से अधिकतर बीके मित्रा, जगन्नाथ और भगवानदास ने बनाए हैं। इसके अलावा वहां 600 से अधिक पेंटिंग्स भी हैं। इनमें मेवाड़ी शैली में भगवान कृष्ण की लीला दिखाई गई है। ये मेवाड़ से लाकर किसी ने भाईजी को भेंट की थीं।
गोरखनाथ मंदिर पहुंच टेका मत्था
वित्त मंत्री सुप्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर भी पहुंचीं। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन किया और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समक्ष श्रद्धासुमन अर्पित किया।