Gorakhpur News: मेडिकल कॉलेज में खून की मंडी चलाने वाला माफिया गिरफ्तार, निगेटिव ग्रुप के खून के लिए मजदूरों को किया टॉरगेट

Gorakhpur News: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मजदूरों का खून निकलवाकर बेचने वाले एक और माफिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शातिर माफिया समेत उसके 6 साथियों पर पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट का केस दर्ज किया था। जिसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश थी।

Update: 2024-01-29 15:26 GMT

Gorakhpur News (Pic:Newstrack)

Gorakhpur News: क्या मनुष्य के खून की भी मंडी हो सकती है? आप कहेंगे कतई नहीं। लेकिन आप गलत हैं। गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में माफिया खून की मंडी चलाते हैं। मजदूरों के शरीर से निगेटिव ग्रुप का खूब चंद रुपयों में खरीदकर मंडी में कई गुना में बेचते थे। ऐसे ही खून माफिया गिरोह के एक सदस्य को सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मजदूरों का खून निकलवाकर बेचने वाले एक और माफिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शातिर माफिया समेत उसके 6 साथियों पर पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट का केस दर्ज किया था। जिसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश थी। इस बीच सोमवार को गुलरिहा पुलिस ने इस मामले में माफिया रामआशीष को गिरफ्तार कर लिया। वह गुलरिहा इलाके के मोगहला का रहने वाला है। पुलिस इस गिरोह में शामिल दो माफिया को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। रामआशीष के पकड़े जाने के बाद इस गैंग में शामिल 3 और सदस्यों की पुलिस ने सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी है। वहीं, पकड़े गए आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस अब इनकी अवैध संपत्तियों का ब्योरा जुटा रही है।

ऐसे खुला मामला

खून निकाले जाने के मामले को लेकर महराजगंज जिले के पनियरा इलाके के कमता बुजुर्ग निवासी गोरख चौहान ने केस दर्ज कराया था। उसके मुताबिक, वह रखनाथ पुल के नीचे रहकर वह मजदूरी करते हैं। अगस्त 2023 को गोरखनाथ चौक पर प्रतिदिन की तरफ लेबर मार्केट में मजदूरी के लिए खड़े थे। इस दौरान तिवारीपुर इलाके के जाफरा बाजार बिंद टोला निवासी खून माफिया वसील खान पहुंचा और 8 हजार में रुपये देने का लालच देकर एक यूनिट खून देने के लिए कहा। खाने तक के पैसे नहीं थे, इसलिए ब्लड देने को तैयार हो गया। उसे बाइक से लाकर महराजगंज जिले के फरेंदा स्थित कम्हरिया खुर्द निवासी गैंग के सरगना केशवदेव के सुपुर्द कर दिया गया। वसील ने एक क्लिनिक में मजदूर को ले गया। खून निकलवाकर 1100 रुपये थमाया। मजदूर ने और रुपये मांगे तो थप्पड़ मारकर भगा दिया। इसके बाद निगेटिव ग्रुप के ब्लड को 18 हजार रुपये में बेच दिया। 

Tags:    

Similar News