Gorakhpur: होली के रंग में महंगाई का खलल, खाद्य- सरसों तेल के बढ़े दाम
Gorakhpur News: होली के रंग भरे त्योहार को लेकर घर-घर गुझिया से लेकर अन्य पकवान बनाए जाने की तैयारी है। लेकिन बाजार में सबकुछ महंगा होता दिख रहा है।
Gorakhpur News: होली के रंग भरे त्योहार को लेकर घर-घर गुझिया से लेकर अन्य पकवान बनाए जाने की तैयारी है। लेकिन बाजार में सबकुछ महंगा होता दिख रहा है। चिप्स के लिए आलू की कीमतें ही नहीं इसे तलने के लिए इस्तेमाल होने वाली खाद्य तेलों की कीमतें बढ़ रही हैं। चंद दिनों पहले 85 से 90 रुपये प्रति लीटर बिकने वाला पॉम आयल 100 रुपये का आकड़ा छूने को फिर बेताब है। सोया आयल से लेकर सरसों तेल की कीमतों में भी 10 से 12 रुपये प्रति लीटर का इजाफा होता दिख रहा है।
खाद्य तेल की शार्टेज से बढ़ रही कीमतें
जानकार बता रहे हैं बड़े कारोबारी मालिकों के सांठगांठ कर खाद्य तलों की कृतिम शार्टेज दिखाकर कीमतें तय कर रहे हैं। बाजार में कई कारोबारियों के पास खाद्य तेल की शार्टेज है। खाद्य तेलों के कारोबारी पवन सिंघानिया का कहना है कि ‘चुनिंदा कारोबारियों के पास पर्याप्त माल है। ऐसे में अपने हिसाब से कीमतों को तय कर रहे हैं।’ थोक में 85 से 88 रुपये प्रति लीटर बिकने वाला पॉम ऑयल 92 से 95 रुपये प्रति लीटर तक बिक रहा है। इसी तरह सोया ऑयल 113 से उछल कर 120 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है। फुटकर में सोया ऑयल 130 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है।
अपने हिसाब से दाम तय कर रहे हैं ट्रेडर्स
बिछिया में फुटका कारोबारी वीरेन्द्र मौर्या का कहना है कि बाजार में चालू ब्रांड का सोया ऑयल कुछ चुनिंदा ट्रेडर्स के पास है। ऐसे में वह अपने हिसाब से कीमतें तय कर रहे हैं। होली और रमजान के बढ़े मांग से मुनाफाखोरी हावी हो रही है। सरसों तेल की कीमतों में भी इजाफा हो रहा है। ब्रांड वाले पैकेट 10 दिन पहले तक 116 से 120 रुपये प्रति लीटर तक बिक रहे थे। वर्तमान में थोक में कीमतें 122 से 125 रुपये तक पहुंच गई हैं। थोक और फुटकर की कीमतों में 10 से 15 रुपये प्रति लीटर का अंतर है। फुटकर कारोबारी सुरेन्द्र गुप्ता का कहना है कि ‘कीमतों में उतार चढ़ाव से काफी दिक्कत हो रही है।