Gorakhpur News: मतदाता जागरूकता अभियान के तहत हुई रंगोली प्रतियोगिता

Gorakhpur News: महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में मतदाता जागरूकता के लिए रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

Update: 2024-04-10 13:06 GMT

रंगोली बनाते छात्र। (Pic: Newstrack)

Gorakhpur News: महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में मतदाता जागरूकता अभियान के अंतर्गत बुधवार को रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन आयुर्वेद कॉलेज के प्रार्थना सभागार में हुआ। इस दौरान प्रतिभागियों ने रंग, अबीर-गुलाल से विविध आकृतियों को उकेर कर युवा मतदाताओं को आकर्षित किया।

सतर्क और जागरूक रहने की दी गई नसीहत

चलो मतदान करें और वोट फॉर श्योर पर केंद्रित रंगोली प्रतियोगिता में सभी विभागों से दो दर्जन से ज्यादा प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में निर्णायक, सहायक आचार्य डा.आशुतोष श्रीवास्तव ने कहा कि सशक्त लोकतंत्र के निर्माण में जिम्मेदार नागरिक के रूप में हम सभी को वोट के प्रति सतर्क और जागरूक रहना है। एक एक वोट से सरकार का निर्माण होता है। मत का अधिकार हमारा मौलिक अधिकार है। निर्णायक मंडल की कृषि संकाय विभाग की सहायक आचार्य डॉ. सासेती प्रेमकुमारी ने कहा कि लोकतंत्र के त्यौहार में मतदाता बनकर अच्छी सरकार चुनने का अधिकार आप सभी को मिल रहा है। युवा मतदाता के रूप में आपकी जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है। यह आयोजन मतदाता जागरूकता अभियान के स्वीप नोडल अधिकारी डॉ.संदीप कुमार श्रीवास्तव की देखरेख में हुआ। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अखिलेश दूबे, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विकास कुमार यादव, धनन्जय पाण्डेय, पूजा जायसवाल, नंदनी जायसवाल,छात्र संसद के अध्यक्ष रंजीत शर्मा, मतदाता साक्षरता क्लब के ब्रांड एम्बेसडर शिवम कुमार पाण्डेय आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।


आयुष आहार में है पौष्टिक गुणों की दिव्यता

गोरखनाथ विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद संकाय) में बुधवार को आयुष आहार विषय पर व्याख्यान का आयोजन हुआ। इस अवसर परमुख्य वक्ता के रूप में मौजूद एसोसिएशन ऑफ आयुर्वेद एकेडमी, लंदन (यूके) के निदेशक डॉ. वेंकटेश जोशी ने कहा कि आयुष आहार में पौष्टिक गुणों की दिव्यता है। डॉ. जोशी ने कहा कि भारतीय लोगों के बीच स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा आयुष आहार कार्यक्रम के माध्यम से प्रगतिशील कदम उठाया गया है। आहार हमारे शरीर को पोषण एवं ऊर्जा देता है। हमारा शरीर पंचमहाभूतों से मिल कर बना है। आयुर्वेद के अनुसार शरीर मे तीन दोष वात, पित्त व कफ होते हैं। महाभूतों एवं दोषों के असंतुलन से व्यक्ति व्याधियों से ग्रसित होता है। कार्यक्रम में संहिता विभाग के आचार्य डॉ शांतिभूषण ने डॉ. जोशी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। आभार ज्ञापन आयुर्वेद कॉलेज के आचार्य डॉ नवीन ने किया। कार्यक्रम मे द्रव्यगुण की सह आचार्य डॉ यास्मीन एवं संहिता विभाग की सहायक आचार्य डॉ प्रज्ञा सिंह सहित सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन आयुर्वेद द्वितीय व्यावसायिक सत्र के छात्र आशीष चौधरी ने किया।

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