DDU: एक साथ दो कोर्स कर सकेंगे विद्यार्थी, शर्तों के साथ गाइडलाइन जारी

Gorakhpur News: विद्यार्थियों के व्यापक हित में यूजीसी के 2022 की गाइडलाइंस के अनुसार विश्वविद्यालय के छात्रों को एक साथ दो शैक्षणिक प्रोग्राम करने की अनुमति दी गई है।

Update: 2024-02-09 13:10 GMT

guidelines issued with conditions source: Newstrack 

Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने अपने विद्यार्थियों के लिए एक साथ दो शैक्षणिक प्रोग्राम करने के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी है। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि विद्यार्थियों के व्यापक हित में यूजीसी के 2022 की गाइडलाइंस के अनुसार विश्वविद्यालय के छात्रों को एक साथ दो शैक्षणिक प्रोग्राम करने की अनुमति दी गई है। इससे विद्यार्थियों को रोजगार के लिए बेहतर विकल्प उपलब्ध होंगे। छात्र एकसाथ कई क्षेत्रों में स्किल्स या विशेषज्ञता हासिल कर सकेंगे। साथ ही विद्यार्थियों में बहुविषयक अप्रोच विकसित होगा।

विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के अनुसार एक छात्र भौतिक मोड में दो पूर्णकालिक शैक्षणिक प्रोग्राम कर सकता है, बशर्ते कि ऐसे मामलों में, एक प्रोग्राम के लिए कक्षा का समय दूसरे प्रोग्राम के कक्षा समय के साथ ओवरलैप न हो। इसके साथ ही एक छात्र दो शैक्षणिक प्रोग्राम अपना सकता है, एक पूर्णकालिक भौतिक मोड में और दूसरा ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल)/ऑनलाइन मोड में; या एक साथ दो ओडीएल/ऑनलाइन प्रोग्राम। विश्वविद्यालय द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार ओडीएल/ऑनलाइन मोड के तहत डिग्री या डिप्लोमा प्रोग्राम केवल ऐसे उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ किए जाएंगे जो यूजीसी/वैधानिक परिषद/भारत सरकार द्वारा ऐसे प्रोग्राम चलाने के लिए मान्यता प्राप्त हैं। इन दिशानिर्देशों के तहत डिग्री या डिप्लोमा प्रोग्राम यूजीसी और संबंधित वैधानिक/व्यावसायिक परिषदों, जहां भी लागू हो, द्वारा अधिसूचित विनियमों द्वारा शासित होंगे।

तत्काल प्रभाव से लागू हुआ दिशा निर्देश

कुलसचिव प्रो. शांतनु रस्तोगी ने कहा कि ये दिशानिर्देश इस अधिसूचना की तारीख 8 फरवरी से लागू होंगे। अधिसूचना में साफ दिशानिर्देश दिया गया है कि अधिसूचना से पहले ही दो शैक्षणिक कार्यक्रम एक साथ कर लिए छात्रों द्वारा किसी भी पूर्वव्यापी लाभ का दावा नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही उन व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में एक साथ दो शैक्षणिक कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जाएगी जहां नियामक प्राधिकरण अनुमति नहीं देता है।

आईआईएम लखनऊ से हुआ करार

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रशासन विभाग तथा आईआईएम लखनऊ के एंटरप्राइज इंक्यूबेशन सेंटर के बीच साझा करार किया गया है। दोनों पक्षों ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों और उत्कृष्ट उद्यमीय प्रस्तावों के लिए प्रि-इन्कयूबेशन कार्यक्रम विकसित करने का समझौता किया है ताकि उनके विचारों को मूर्त रूप देकर स्टार्ट अप में बदला जा सके। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पूनम टंडन, व्यवसाय प्रशासन विभाग के अध्यक्ष प्रो. श्रीवर्धन पाठक, समन्वयक प्रो.अनिल कुमार यादव एवं आई.आई.एम. लखनऊ के एंटरप्राइज इंक्यूबेशन सेंटर के बिजनेस हेड श्री आदित्य प्रसाद की उपस्थिति में विधिक पत्र पर हस्ताक्षर किए गये। अध्यक्ष प्रो. श्रीवर्धन पाठक जी ने बताया कि इस एम.ओ.यू. से छात्रों के उद्यमिता कौशल को विकसित करने के लिए आज के समय के अनूकूल पाठ्यक्रम, वर्कशाप और वेबिनार आयोजित किया जाएगा। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि उनका प्रयास है कि ऐसे समझौतों के माध्यम से विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों में प्रोद्योगिकी और नवाचारी को बढ़ावा दिया जाए। शिक्षा के साथ साथ विद्यार्थियों को उनकी सामाजिक जिम्मेदारियों से अवगत कराया जाए और समाज के प्रति उनके कर्तव्य बताये जाए। इस लिए अलग-अलग शिक्षण संस्थानों से अनुबंध किये जाने का प्रयास किये जा रहे हैं।

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