किसानों की स्थिति को ध्यान दे सरकार, पेट्रोल-डीजल के दामों से पड़ा बुरा असर
डीजल के बढ़ते दामो ने किसानों को जीना मुहाल कर दिया। किसानों को अपनी धान की फसल रोपाई के लिए संकटो का सामना करना पड़ रहा है।
कानपुर देहात। पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार आसमान छूने लगे है।खरीफ फसल का सीजन चल रहा है और धान की रोपाई होने लगी है। डीजल के दामों के बढ़ने के बाद इसका असर किसानों पर आर्थिक तौर पर पड़ रहा है और धान की फसल की लागत भी बढ़ रही है। इससे सबसे ज्यादा किसान चिंतित है। वही बारिस न होने से किसान और परेशान दिख रहा है। ऐसे स्थिति में किसानो पर सरकार को ध्यान देना चाहिए जिससे किसानों को कुछ राहत मिल सके।
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फसल बहुत ही महंगी पड़ रही
उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों में कई दिनों से लगातार बढ़ रहे डीजल के दामो को लेकर किसान एक बार फिर रोने को मजबूर हो गया है। एक तरफ कानपुर देहात में बारिस न होने से दूसरी तरफ डीजल के बढ़ते दामो से किसान चिंतित दिखने लगा है। ऐसे स्थिति में किसान को धान की फसल बहुत ही महंगी पड़ रही है। क्योंकि बारिस न होने से किसान महंगे डीजल से इंजन चलाकर खेतो में पानी भरकर धान की रोपाई कर रहा है। फसल बोने के समय किसान को सबसे ज्यादा जरूरत डीजल की होती है क्योंकि किसान अब अपना सारा काम मशीन व ट्रैक्टर से करता है सबसे ज्यादा इस समय अगर डीजल खपत कर रहा है तो वह किसान कर रहा है।
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डीजल के बढ़ते दामो ने किसानों को जीना मुहाल कर दिया
डीजल के बढ़ते दामो ने किसानों को जीना मुहाल कर दिया। किसानों को अपनी धान की फसल रोपाई के लिए संकटो का सामना करना पड़ रहा है। इस समय बारिस के जगह कड़ाके की धूप निकल रही है जिससे किसानों के लिए और काल बना हुआ है। आर्थिक तंगी से गुजर रहा किसान इस समय खून के आँशु बहाने पर मजबूर है।सरकार किसानों की तरफ बिल्कुल ध्यान नही दे रही है। जिससे किसानों का गुस्सा सरकार के प्रति दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है।
सरकार किसानों के लिए तरफ तरह की योजना लागू करके किसानों को थोड़े दिन के लिए सन्तुष्ट तो कर देती है लेकिन डीजल के बढ़ते दामो पर रोक नही लगा पा रही है। किसान इस समय प्राकृतिक आकृतिक दोनो की मार झेल रहा है।
रिपोर्टर- मनोज सिंह, कानपुर देहात
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