Lucknow University: राज्यपाल ने ''उपक्रम'' केन्द्र का किया उद्घाटन, बोलीं- विद्यार्थियों को विश्वस्तर की शिक्षा का मिले लाभ

Lucknow News Today: प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के ओएनजीसी भवन में नवस्थापित ‘उपक्रम‘ केन्द्र का उद्घाटन किया।

Report :  Shashwat Mishra
Update:2022-10-16 22:05 IST

कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

Lucknow: प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel) ने रविवार को लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के ओएनजीसी भवन में नवस्थापित 'उपक्रम' (उत्तर प्रदेश कैडर फॉर रैंकिंग एक्रीडेशन मेंटरशिप) और केन्द्र पर आयोजित ''विश्व स्तरीय विश्वविद्यालयों का निर्माण'' विषयक एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि 'उपक्रम' की स्थापना से प्रदेश के उच्चशिक्षण संस्थानों की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ग्रेडिंग कराने को प्रयासों को मजबूती मिली है। उन्होंने कहा कि 'उपक्रम' स्थापना हेतु किए गए एमओयू को लगभग ढाई माह हो गया है। इसी बीच विश्व विद्यालयों द्वारा इस दिशा में किए गए कार्य और आगामी कार्य-प्रणाली पर इस कार्यशाला में विचार विनिमय होगा।

'शिक्षा क्षेत्र की नवीनताएं करें लागू'

चर्चा के क्रम को आगे बढ़ाते हुए राज्यपाल ने कहा कि इस सेंटर पर विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों को देश एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी बनाने का लक्ष्य रखकर कार्य हो। उन्होंने कहा कि विश्वस्तर पर जो भी नवीनताएं शिक्षा के क्षेत्र में स्थापित हो रही हैं, वे सब उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में भी लागू कराकर यहाँ के विद्यार्थियों को भी उससे लाभान्वित किया जाए, जिससे विश्वस्तरीय शिक्षा का लाभ प्राप्त कर छात्र देश के विकास में रचनात्मक योगदान दें। राज्यपाल जी ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों में आपसी साझेदारी की कमी को लक्षित किया और इसकी आवश्यकता पर जोर दिया। इस संदर्भ में उन्होंने अविनाशलिंगम इंस्टीट्यूट, कोयम्बटूर के कुलपति प्रो. एसपी त्यागराजन द्वारा विविध विश्वविद्यालयों के सहयोग और साझा प्रवृतियों से कार्य-सम्पादन शैली को अनुकरणीय बताया।


सामाजिक उत्तरदायित्व तय करने वाले विषयों को भी नए पाठ्यक्रम में करें शामिल

राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में विश्वविद्यालयों में लागू पाठ्यक्रमों के नवीनीकरण में नए विषयों को शामिल करने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि सामाजिक उत्तरदायित्व तय करने वाले विषयों को भी नए पाठ्यक्रम में शामिल करें। इस संदर्भ में उन्होंने अंगदान की आवश्यकता, कृषि कार्यों को सरल करने की तकनीकों के विकास और अन्य नवीन तकनीक को सामान्य शिक्षा के विषयों में जोड़ने पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने आज की कार्यशाला में भी इस तथ्य पर जोर दिया कि विश्वविद्यालय अपने कैम्पस के बाहर जाकर सामाजिक जीवन से शिक्षा को सम्बद्ध करें, विद्यार्थियों को सामाजिक उत्तरदायित्वों के प्रति भी जागरूक करें।


कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित

कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री, प्रौद्योगिकी शिक्षा मंत्री, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री, कृषि शिक्षा राज्य मंत्री भी शामिल हुए। इस मौके पर प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा, मुख्य सचिव कृषि शिक्षा, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, विशेष सचिव उच्च शिक्षा, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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