Farmer Protest: ग्रामीण भारत बंद का मेरठ में खास असर नहीं, किसानों ने शामली में पानीपत खटीमा मार्ग किया जाम
Farmer Protest: संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया गया है। ग्रामीण भारत बंद का कहीं असर दिख रहा है तो कहीं नहीं भी दिख रहा है।
Farmer Protest: संयुक्त किसान मोर्चा के ग्रामीण भारत बंद के आह्वान पर आज यानि शुक्रवार को मेरठ बंद का जनपद में कोई खास असर नहीं दिखा। किसानों का कहीं कोई धरना-प्रदर्शन नहीं हुआ। हालांकि भारतीय किसान यूनियन जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी का दावा है कि देहात क्षेत्र में किसान कम संख्या में खेतों पर गए। किसानों ने गन्ना मिलों पर आज गन्ना भी नहीं डाला। बाजार खुलने के सवाल पर भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि बंद में यही निर्देश दिए गए थे कि किसान सरकार के विरोध में काम बंद कर घरों पर ही रहे।
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि मेरठ में बंद का कोई असर नहीं है। सब नार्मल है। इस दौरान कही कोई धरना-प्रदर्शन नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि किसान नेताओं ने काल जरुर किया था लेकिन, भारत बंद टाइप का नहीं था। यहां पर कोई बीकेयू ने बंद का एलान करते हुए केवल इतना बोला था कि किसान खेतो पर नहीं जाएंगे। बंद में बाजार,मार्किट बंद करने की कोई घोषणा नहीं की गई थी। दूसरी तरफ भाकियू किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष चौधरी अनिल चिकारा का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में कुछ दुकाने बंद रही हैं। 80 फीसदी किसान खेते पर नहीं गये। कहीं कोई रोड जाम नहीं किया गया।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया गया है। भाकियू से जुड़े किसान खेतों पर नहीं जाएंगे और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि एमएसपी पर गारंटी कानून को लेकर दिल्ली और हरियाणा बॉर्डर पर किसानों की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है। 17 फरवरी को सिसौली में होने वाली महापंचायत में भाकियू की ओर से भी इसे लेकर रणनीति बनाई जाएगी। टिकैत ने कहा कि सरकार आसानी से किसानों की मांग नहीं मानने वाली। इसके लिए देशभर के किसानों को एकजुट होकर आंदोलन करना पड़ेगा।
शामली में किसानों ने पानीपत खटीमा मार्ग किया जाम
भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ो की संख्या में किसानों ने शामली कलेक्ट्रेट के सामने पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया और साथ ही कलेक्ट्रेट के सामने से गुजर रहे हाईवे को पूरी तरह जाम कर दिया। किसान आवारा पशुओं, किसान पेंशन और केंद्र सरकार के द्वारा चुनाव में किए गए वादों को पूरा करने के लिए यह आंदोलन कर रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन द्वारा आज भारत बंद का आह्वान किया गया है। इस बंद में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने पानीपत मुज़्ज़फरनगर हाईवे पर जमकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। राकेश टिकैत जिंदाबाद, नरेश टिकैत जिंदाबाद और महेंद्र सिंह टिकैत अमर रहे के नारे जोर-जोर से लगा रहे हैं। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार के द्वारा किए गए अपने वादों को पूरा करें। जिसमें एमएसपी, किसानो को पेंशन, किसान सम्मान निधि को बढ़ाना, बिजली फ्री व आवारा पशुओं से निजात समेत अन्य मांगों को लेकर यह धरना प्रदर्शन जारी है। धरना प्रदर्शन कर रहे किसान का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मान लेती, तब तक हम लोग धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।
हाई कमान के आदेश के बाद दिल्ली रवाना होंगे किसान
बाबा श्याम सिंह क्या कहना है कि दिल्ली में 13 महीने किसानों का धरना चला था, लेकिन उसमें से आज तक कोई भी मांगे पूरी नहीं हुई है। सरकार वादा खिलाफी कर रही है और बिजली फ्री की बात सरकार ने कही थी जो आज तक फ्री नहीं हुई है। आवारा पशुओं से निजात दिलाने की भी बात कही गई थी। वह भी आज तक पूरी नहीं हुई है। गन्ने के दाम बढ़ाने की भी बात कही गई थी जो आज तक पूरी नहीं हुई है। एमएसपी पर कानून बनाने की भी बात आज तक पूरी नहीं की गई है। उन्होने कहा अगर दिल्ली जाकर धरना देना पड़ा तो सभी किसान दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर पहुँच जाएंगे।