28 साल बाद रामलला के घर मनेगी दीपावली, बेहद अद्भुत होगा दीपोत्सव
28 साल बाद पहली बार रामलला के दरबार में दीपावली उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। दीपोत्सव की तैयारी में रामलला के पुजारी के अलावा श्रद्धालु और अयोध्यावासी भी अभी से जुट गए हैं।
अयोध्या: दीपावली के पर्व का इस बार अयोध्या में लोगों को अत्यंत बेसब्री से इंतजार है इसकी वजह भी बेहद खास है क्योंकि 28 साल बाद पहली बार रामलला के दरबार में दीपावली उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। दीपोत्सव की तैयारी में रामलला के पुजारी के अलावा श्रद्धालु और अयोध्यावासी भी अभी से जुट गए हैं।
धूमधाम से मनाया जाएगा दीपावली का त्यौहार
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद अयोध्या में तो दीपोत्सव धूमधाम से आयोजित होता रहा है लेकिन सरयू नदी के तट से थोड़ी दूरी पर स्थित रामलला के दरबार में प्रकाश उत्सव की कमी महसूस होती रही है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद यह पहला मौका है जब अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्म स्थल पर भी दीपावली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। भगवान श्री राम के जन्म स्थल पर ही भगवान विष्णु ने अपने विराट रूप का दर्शन दिया था और माता कौशल्या के अनुरोध पर बालक रूप धारण कर लिया था। श्री रामलला के जन्म स्थल पर इस बार दीपोत्सव के अवसर पर प्रकाश और दीपों का कुछ ऐसा ही विराट रूप प्रदर्शित करने की तैयारी है जो
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अलग होगी दीपोत्सव की रौनक
श्रद्धालुओं की भावना का विराट प्रदर्शन करने के साथ ही पूरी दुनिया को चमत्कृत करने वाला होगा। श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास का कहना है कि रामनगरी में दीपोत्सव की रौनक इस बार कुछ अलग होगी। वजह है इस बार 28 साल बाद रामलला के दर पर भी दीपक जगमगाएंगे। रामलला भी इस बार खुलकर दीपावली मनाएंगे। कहा कि वर्ष 1992 में बाबरी ध्वंस के बाद से रामलला मंदिर में नहीं, अस्थायी टेंट में विराजमान थे। 28 साल के बाद उन्हें भूमिपूजन से पहले अस्थायी मंदिर में विराजमान किया गया है। तब से ये पहली दीपावली होगी, जब उनका घर और दर दीपकों की रोशनी से जगमगाएगा।
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इसको लेकर अयोध्या प्रशासन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। कोरोना वायरस के दौर में इस बार अयोध्या का चौथा दीपोत्सव कार्यक्रम सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि इस बार दीपावली रामलला परिसर में मनाई जाएगी, यह अद्वितीय और अद्भुत है। बहुत सी ऐसे घटनाएं हुईं, जिससे प्रभु श्रीराम रामलला को 28 वर्षों तक तिरपाल में रहना पड़ा। त्रेतायुग में अयोध्या में जैसे दीपावली मनाई गई थी, उसी की झलक इस बार दिखाई देगी। उन्होंने कहा कि आज भगवान का भव्य मंदिर बन रहा है, इसलिए और भव्य तरीके से दीपोत्सव मनाया जाएगा। लगभग साढे पांच लाख दीपों से राम की पैड़ी को जगमग करने का प्रयास मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का है, जो निश्चित रूप से सफल होगा।
अखिलेश तिवारी