Hanuman Jayanti 2023: कान्हा की नगरी में धूमधाम से मना हनुमान जयंती पर्व, 1100 किलो लड्डू के साथ अर्पित होगा 56 भोग
Hanuman Jayanti 2023: कृष्णनगरी मथुरा के गूजरघाटी इलाके में हनुमान का बेहद प्राचीन मंदिर है, जो शहर में गूजरघाटी वाले हनुमान के नाम से मशहूर है।
Hanuman Jayanti 2023: पूरे देश में पवनपुत्र हनुमान की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जा रही है। जगह-जगह मंदिरों में हनुमान की पूजा की जा रही है और भक्त उनके दर्शनों के लिए मंदिर पहुँच रहे है। मेहंदीपुर बालाजी के बड़े भाई के रूप में मथुरा के गूजरघाटी स्थित मंदिर में प्रतिष्ठित हनुमान का आज इस मौके पर सैकड़ो लीटर दूध ,दही ,शहद ,घी और शक्करा से विशेष पंचामृत अभिषेक किया गया। जिसके दर्शनों के लिए मंदिर में भक्तो की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। शाम में 11 सौ किलो लड्डू के साथ 56 भोग लगेगा।
मन्दिर की यह है मान्यता
कृष्णनगरी मथुरा के गूजरघाटी इलाके में हनुमान का बेहद प्राचीन मंदिर है, जो शहर में गूजरघाटी वाले हनुमान के नाम से मशहूर है। इस मंदिर की विशेष धार्मिक मान्यता है क्योंकि यहाँ हनुमान स्वयं प्रकट हुए है और मेहंदीपुर बालाजी के बड़े भाई के रूप में मंदिर में प्रतिष्ठित है। वैसे तो हर रोज ही गूजरघाटी वाले हनुमान की पूजा के लिए मंदिर में भक्तो की भीड़ रहती है लेकिन हनुमान जयंती के दिन मानो यहाँ पूरा शहर ही उमड़ पड़ता है, वजह है इस दिन यहाँ होने वाला हनुमान का विशेष पंचामृत अभिषेक। इस बार हनुमान जयंती के मौके पर दूध, दही, घी, शहद, शक्कर और गंगाजल से बने 125 किलो पंचामृत से गूजरघाटी वाले हनुमान का महाभिषेक किया जा रहा है।
हनुमान जयंती के मौके पर अपने आराध्य के दर्शन करने और इस महाभिषेक को देखने के लिए सुबह से ही मंदिर में भारी भीड़ लगी हुई और हर कोई इस महाभिषेक के दर्शन कर खुद को धन्य करना चाहता है। इस महाभिषेक के बाद पंचामृत को यहाँ उपस्थित भक्तगणों में प्रसाद के रूप में बाँट दिया जाता है और इस महाप्रसाद को पाने वाले भक्तगण खुद को सौभाग्यशाली समझते है। पंचामृत अभिषेक के बाद गूजरघाटी वाले हुनमान को चोला चढ़ाया जायेगा, शाम को विशेष श्रृंगार और भव्य छप्पन भोग के दर्शन होंगे।
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जो भी मांगा वह मुझे प्राप्त हुआ
मंदिर में दर्शन करने आई महिला श्रद्धालु ने बताया यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है और इस मंदिर की काफी मान्यता है बाबा ने मुझे सौभाग्य दिया है कि मैं इनके दर्शन करने के लिए आती हूं और यहां बैठकर बाबा का ध्यान धरती हूं । मैं जब भी मंदिर में आती हूं तो मन में यही भाव लेकर आती हूं घाटी वाले बाबा सब की मनोकामना पूर्ण करें सभी का जीवन सुखी हो मथुरा से ही नहीं बल्कि दूर-दूर से लोग यहां आकर घाटी वाले बाबा के दर्शन करते हैं और आशीर्वाद लेते हैं जो भी इनकी शरण में आता है वह खाली लौटकर नहीं जाता सभी के संकट दूर करते हैं । मैंने जो भी मांगा वह मुझे प्राप्त हुआ है।