Hapur News: चिप्सोना आलू के दामों में उछाल, 2600 रुपये प्रति क्विंटल पार, जनता बेहाल
Hapur News: आलू के किसान राकेश शर्मा नें बताया कि, वह अभी शीतग्रह सें 50 किलो प्रति बोरी 1300 रूपये के हिसाब सें बेच रहे है। पिछले वर्ष आलू मे नुकसान रहा था।
Hapur News: इस वर्ष आलू के बड़े दामों के कारण जहाँ किसानों में ख़ुशी की लहर है। तो वही आम आदमी की महगाई नें हालत बिगाड़ दी है। पिछले एक हफ्ते में चिप्सोना आलू के दामों में 300 रूपये क्विंटल की बढ़ोतरी दर्ज की गईं है। जिसके कारण फुटकर में आलू के दाम 35 रूपये प्रति किलो तक पहुंच गए है।
इस साल आलु के दामों में आया इतना उछाल
खुदाई के समय सें अब तक आलू के दामों में दोगुने की बढ़ोतरी हो गईं है। खुदाई के समय चिप्सोना आलू के दाम 1300 रूपये क्विंटल थें। लेकिन चंद दिनों में ही वह 1700 रूपये तक पहुंच गए है। अप्रैल माह में दाम 2100 रूपये प्रति क्विंटल हो गए है। इसके बाद लगातार बढ़ोतरी होने के कारण आलू का दाम 2300 रूपये प्रति क्विंटल बोरी तक पहुंच गया है। जिसके कारण आलू के दाम फुटकर में 25 सें 30 रूपये किलो तक रहे। इस बीच पिछले चार दिनों में आलू के दामों मे 300 रूपये क्विंटल की बढ़ोतरी हो गईं है। इस अतिरिक्त 03797 एवं अन्य सामान्य प्रजाति के आलू के दाम 2400 रूपये प्रति क्विंटल हो गए है।तो वही पुखराज आदि आलू के दाम दो हजार रूपये प्रति क्विंटल है।अचानक हुई बढ़ोतरी के कारण फुटकर मे आलू के दाम 35 रूपये किलो तक पहुंच गए है। जिसके कारण मध्यमवर्गीय परिवारों एवं गरीब लोगों के सामने संकट खड़ा हो गया है
क्या बोले आलु के किसान
आलू के किसान राकेश शर्मा नें बताया कि, वह अभी शीतग्रह सें 50 किलो प्रति बोरी 1300 रूपये के हिसाब सें बेच रहे है। पिछले वर्ष आलू मे नुकसान रहा था। लेकिन इस वर्ष दाम ठीक मिल रहे है।इस वर्ष आलू मे झूलसा रोग लगने के कारण उत्पादन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष शीतग्रहो मे भी 15 प्रतिशत अधिक भंडारण किया गया था। जबकि इस वर्ष क्षमता सें दस प्रतिशत भंडारण कम हुआ है. पिछले वर्ष आलू अधिक होने तथा दाम कम होने के कारण करीब आठ मिट्रिक टन आलू शीतग्रहो मे रह गया था। जिसे बाद मे 100 रुपए प्रति बोरी के हिंसाब सें पशु पालकों कों बेचा गया था। लेकिन इस वर्ष स्थिति विपरीत है। उत्पादन कम होने सें दामों मे वृद्धि हो रही है।