Hapur News: अपनी ’सांस’ देकर दूसरों की जान बचाएगी पुलिस, CPR का दिया गया प्रशिक्षण

Hapur News: जनपद के सभी थानों के प्रभारियों व पुलिसकर्मियों को डॉक्टरों ने प्रशिक्षित कर इमरजेंसी में घायल या पीड़ित को कैसे अपनी सांस देकर जिंदगी बचानी है।

Report :  Avnish Pal
Update: 2024-01-05 08:57 GMT

हापुड़ पुलिस को दिया गया सीपीआर का प्रषिक्षण (न्यूजट्रैक)

Hapur News: जनपद की पुलिस अब अपनी सांस देकर दूसरों की जान बचाएगी। पुलिस को सीपीआर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने मेरठ पुलिस लाइन में की है। जहाँ जनपद के सभी थानों के प्रभारियों व पुलिसकर्मियों को डॉक्टरों ने प्रशिक्षित कर इमरजेंसी में घायल या पीड़ित को कैसे अपनी सांस देकर जिंदगी बचानी है। जहाँ पुलिस महिला-पुरुष जवान लोगों को सीपीआर देकर जान बचाएंगे।

पुलिस देगी अपनी सांस

सीपीआर देने के वीडियो भी सोशल मीडिया वायरल होते रहते हैं। अब प्रक्रिया को कंपलसरी कर दिया गया है। हापुड़ की पुलिस को डॉक्टर बकायादा प्रशिक्षण दे रहे हैं। इमरजेंसी के दौरान पुलिस जवान लोगों की जान बचा सकेंगे। शुक्रवार को अभियान की शुरुआत एसपी के द्वारा की गई।

अभियान को पुलिस के लिए सीपीआर प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया है। शुक्रवार से शुरु हुए प्रशिक्षण के दौरान सीपीआर या कृत्रिम श्वसन की जानकारी देते हुए विशेषज्ञों ने बताया कि कई बार व्यक्ति की अचानक सांस रुक जाती है या फिर कार्डिएक अरेस्ट की स्थिति में सांस नहीं आती है. इस अवस्था में सीपीआर देकर लोगों की जान बचाई जा सकती है।

पुलिस बचाएगी दूसरों की जान

सीपीआर के जरिए बेहोश व्यक्ति को सांस देने से फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलती है। इससे शरीर में पहले से मौजूद ऑक्सीजन वाला खून संचारित होने लगता है। सीएचसी के डॉक्टर प्रवीण गुप्ता की टीम द्वारा पुलिसकर्मियों को सीपीआर प्रशिक्षण दिया गया।

डॉक्टर प्रवीण गुप्ता ने बताया कि सीपीआर कोई दवा या इंजेक्शन नहीं है। यह एक तरह की प्रक्रिया है। इसका इस्तेमाल मरीज के शरीर पर किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में व्यक्ति की सांस रुक जाने पर सांस वापस लाने तक या दिल की धडक़न सामान्य हो जाने तक छाती को दबाया जाता है । इससे शरीर में पहले से मौजूद खून संचारित होने लगता है और व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी नहीं होती है।

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