Hapur News: पूठ में गंगा तट पर दिखा नर घडियाल,करीब एक हजार मादा घडियाल पर होता है एक नर घडियाल
Hapur News: हापुड़ के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के पुष्पावती पूठ स्थित गंगा तट पर खिल खिलाती धूप में एक नर घडियाल दिखाई दिया। इसको देखने के लिए लोग की भीड़ एकत्र हो गई।;

Hapur News
Hapur News:-यूपी के जनपद हापुड़ के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के पुष्पावती पूठ स्थित गंगा तट पर खिल खिलाती धूप में एक नर घडियाल दिखाई दिया। इसको देखने के लिए लोग की भीड़ एकत्र हो गई।नर घडियाल दिखाई देना गंगा की सफाई को लेकर एक शुभ संकेत माना जा रहा है। इससे आम जनता के साथ ही पर्यावरण विद भी खुश नजर आ रहे है। वहीं कुछ देर बाद ही डाल्फिन की अठखेलियों ने लोगों का मन मोह लिया।
पुष्पावती पूठ में सुबह कुछ ग्रामीण गंगा में स्नान करने के लिए जा रहे थे कि इसी बीच गंगा किनारे एक नर मगरमच्छ (घडियाल) देख वह सहम गए। इसके बाद उन्होंने अन्य लोगों को सूचना दी।इस बीच अचानक पर्यावरण विद भारत भूषण गर्ग भी मौके पर पहुंच गए तथा नर घडियाल को देख वह बहुत खुश हुए। उन्होंने लोगों को बताया कि करीब एक हजार मादा घडियाल पर एक नर घडियाल होता है। उन्होंने बताया कि वह प्रत्येक वर्ष वह गंगा में डाल्फिन एवं घडियाल की गिनती करने वाली टीम में रहते है। बिजनौर से लेकर नरौरा तक करीब 84 किलोमीटर लबे रामसर साइट क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष उनको 12 से 15 के बीच घडियाल मिलते है, लेकिन उनमें आज तक नर घडियाल दिखाई नहीं दिया। ऐसे में पहली बार नर घडियाल देखने के बाद यह शुभ संकेत है।इस बीच मौके पर पहुंचे लोग उसको दूर से देखते रहे। लोगों की बढ़ती भीड़ को देख घडियाल गंगा में चला गया।
डाल्फिन ने भी दिखाई अठखेलिया
अभी लोग घडियाल के बारे में जानकारी कर रही रहे थे कि अचानक गंगा में करीब तीन मीटर लंबी डाल्फिन ने अठखेलिया करनी शुरू कर दी। इसको देख वहां लोगों का उत्साह चरम पर पहुंच गया तथा तालिया आदि बजाने लगे। बता दे कि करीब एक माह पूर्व ब्रजघाट में डाल्फिन ने काफी देर तक अठखेलिया की थी, जिसको देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई थी।
गंगा के साफ होने का संकेत
जलीय जीव घडियाल, कछुआ आदि गंगा के सहायक मित्र के रूप में जाने जाते है। यह गंगा में फैल रही गंदगी को साफ करती है। इस बीच नर घडियाल एवं डाल्फिन का दिखाई देना गंगा मैया की निर्मलता का संकेत दे रहा है। उन्होंने बताया कि काफी हद तक अब गंगा पानी साफ एवं निर्मल हो चुका है। इसके कारण इन जलीय जीवों का विचरण करना दिखाई दे रहा है।
क्या बोले अधिकारी
वन रेंजर करन सिंह ने बताया कि बिजनौर से लेकर नरौरा तक रामसर साइट क्षेत्र है। इसमें घडियाल, डाल्फिन आदि जलीय जीव रहते है। यह गंगा के लिए शुभ संकेत है तथा यह गंगा मित्र के रूप में जाने जाते हैं।
र्यावरण विद ने क्या बोले
पर्यावरण विद भारत भूषण ने जानकारी देते हुए बताया कि एक हजार मादा पर एक नर घडियाल होता है। पिछले दस वर्षो में अनेक बार गंगा यात्रा एवं जलीय जीवों की गणना की। लेकिन पहली बार नर घडियाल दिखाई दिया हैं।